पालू : इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में पिछले सप्ताह आए भीषण भूकंप व सुनामी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,234 हो गई है। हजारों लोग बेघर हो गए हैं, तो करीब दो लाख लोगों को तत्काल मदद की जरूरत बताई जा रही है। प्रभावितों में बड़ी संख्या में बच्चे भी शामिल हैं।
इस बीच, आपदा की स्थिति में लूटपाट व चोरी की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। इनमें से कई ऐसे हैं, जो कई दिनों से भूखे-प्यासे हैं और खाने-पीने की चीजें चुरा रहे हैं तो कुछ अराजक तत्व भी हैं, जो दुकानों व घरों से नकदी व अन्य मूल्यवान वस्तुओं की चोरी कर रहे हैं।
इंडोनेशिया के कई इलाकों में अराजकता की स्थिति का लाभ उठाकर ये ताकतें दुकानों व घरों में चोरी व लूटपाट कर रही हैं। हालांकि पुलिस इनके खिलाफ सख्ती कर रही है। यहां कई स्थानों में दुकानों में लूटपाट कर रहे लोगों को भगाने के लिए पुलिस ने चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाईं और आंसू गैस के गोले भी छोड़े।
पुलिस के अनुसार, भूकंप प्रभावित लोग बंद दुकानों से खाने-पीने की चीजें लेते देखे गए। शुरू में उन्होंने इसकी अनदेखी कर दी। लेकिन अब कई लोग नकदी व अन्य मूल्यवान वस्तुओं की चोरी भी कर रहे हैं। कंप्यूटर और नकदी चोरी के सिलसिले में पुलिस ने 35 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस का कहना है कि आपदा के बाद पहले और दूसरे दिन दुकानें नहीं खुलीं। लोग भूखे थे, जिन्हें सामान की सख्त जरूरत थी। प्रभावित लोगों के बीच दो दिन बाद खाने-पीने के चीजों की आपूर्ति शुरू की गई है। हालांकि बड़े पैमाने पर अब भी लोगों को मदद की दरकार है।
संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक, भूकंप व सुनामी की तबाही से जूझ रहे इंडोनेशिया में करीब दो लाख लोगों को तत्काल मदद की जरूरत है, जिनमें हजारों बच्चे शामिल हैं। यहां इस भीषण तबाही में बचे लोग भूख-प्यास से जूझ रहे हैं और उन्हें भोजन तथा साफ पानी की किल्लत हो गई है। स्थानीय अस्पतालों में उपचार के लिए बड़ी संख्या में घायल भर्ती हैं।