पहले चरण के मतदान से पहले समाजवादी पार्टी को फिर झटका लगा हैं। श्रावस्ती के कद्दावर सपा नेता हाजी मुहम्मद रमजान ने सपा को अलविदा कह दिया है। अब वे अपना राजनीतिक सफर कांग्रेस के हाथ के सहारे करेंगे।
अखिलेश यादव ने उन्हें बहराइच के मटेरा विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था। जिससे वो नाराज चल रहे थे। उन्हें श्रावस्ती विधानसभा सीट से ही टिकट चाहिए था।
अब रमजान कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन करेंगे। रमजान ने कहा कि अखिलेश यादव यूपी और पार्टी में अल्पसंख्यक नेतृत्व को खत्म कर रहे हैं। मैं श्रावस्ती विधानसभा में राजनीति करता हूं। लेकिन मुझे वहां से 60 किमी दूर मटेरा से सपा ने उम्मीदवार बनाया। मैं सिर्फ 400 वोट से श्रावस्ती में चुनाव हारा था। मुझे श्रावस्ती से दूर करने का षड्यंत्र सपा नेतृत्व ने भाजपा के इशारे पर रचा है।
1992 में सपा के साथ जुड़कर राजनीति की शुरुआत करने वाले मुहम्मद रमजान 30 साल तक पूरी निष्ठा के साथ समाजवादी पार्टी से जुड़े रहें। इस दौरान वे सपा के टिकट पर एमएलसी व विधायक रहे। पार्टी में उनकी गणना मुलायम सिंह यादव व आजम खान के करीबियों में होती थी। साल 2012 से 2017 तक विधायक रहे रमजान 2017 के चुनाव में भाजपा के प्रचंड लहर में मामूली मतों से चुनाव हार गए थे
कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करने के बाद हाजी मुहम्मद ने कहा कि भाजपा जैसी साम्प्रदायिक ताकतों को सिर्फ कांग्रेस ही हरा सकती हैं। देशवासियों को बांटने वाली ताकतों का हर स्तर पर विरोध करना चाहिए। हम सब मिलकर धर्म और जाति के नाम समाज को बांटने वाले को हराएंगे।