नई दिल्ली। दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है। इसके लिए राजनीतिक दल जोर-शोर के साथ तैयारियों में जुट गए हैं। इस क्रम में भाजपा ने सीएम फेस को लेकर बड़ा फैसला किया है। पार्टी सूत्रों की मानें तो, आगामी चुनाव में भाजपा सीएम फेस के बिना मैदान में उतरने का मन बना रही हैं। दरअसल, इस बार भाजपा भ्रष्टाचार को चुनावी मुद्दा सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को घेरेगी। इस बीच माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में भाजपा कैंडिडेट्स की सूची भी जारी करने की तैयारी कर रही है।
गौरतलब है कि, साल 2023 में मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने सीएम फेस घोषित किए बगैर चुनाव लड़ा था। इन राज्यों में चुनाव होने के बाद ही भाजपा ने सीएम फेस की घोषणा की थी।
भष्ट्राचार को मुद्दा बनाएगी भाजपा
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। आप को सत्ता से हटाने के लिए भाजपा भ्रष्टाचार को हथियार बनाएगी। भाजपा ने दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्टाचार को लेकर हमला बोलना शुरू कर दिया है।
सीएम फेस को लेकर केजरीवाल का तंज
हाल ही में आप पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर सीएम फेस को लेकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि चुनाव के लिए भाजपा सीएम फेस तय नहीं कर पा रही है। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली में भाजपा को बिना विजन वाली पार्टी करार दिया था। केजरीवाल के इन आरोपों को भाजपा ने बेबुनियाद बताया है।
एक ओर जहां आम आदमी पार्टी भाजपा पर सीएम फेस को उसकी सबसी बड़ी कमजोरी बताने में लगी है। तो वहीं, दूसरी ओर भाजपा इस कमजोरी को अपनी रणनीति बता रही है। दिल्ली के पुराने विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा का यह दांव काफी हद तक सफल साबित रहा है। इस रणनीति के तहत भाजपा ने ज्यादातर सीटों पर जीत हासिल की है। इस साल महाराष्ट्र और झारखंड में भाजपा ने सीएम फेस का ऐलान करे बिना चुना लड़ा है। भाजपा ने केवल हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले नायब सिंह सैनी को सीएम फेस के रूप में चुना था।