दिल्ली सरकार छठ पूजा पर खर्च करेगी 25 करोड़, 1100 स्थानों पर होगी ये व्यवस्था

दिल्ली सरकार इस साल छठ पूजा पर 25 करोड़ खर्च करेगी। CM अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (AAP) के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से इसकी घोषणा की। 30 से 31 अक्टूबर तक दिल्ली में इस बार 1100 स्थानों पर छठ की पूजा की जाएगी। इन स्थानों पर टेंट, पावर बैकअप, टॉयलेट, CCTV, LED स्क्रीन, पानी और फर्स्ट एड जैसी सुविधाओं पर ये पैसे खर्च किए जाएंगे।

केजरीवाल ने कहा- कोविड के कारण पिछले दो सालों से सार्वजनिक तौर पर छठ पूजा नहीं मनाई जा सकी है। इस बार बड़े स्तर पर छठ पूजा मनाने की तैयारी की जा रही है। हम सभी साथ मिलकर छठ मैया से आर्शीवाद मांगेंगे और सूर्य भगवान की पूजा करेंगे।

2014 के बाद से दस गुना बढ़ा बजट

छठ पूजा की तैयारियों को लेकर रेवेन्यू मिनिस्टर कैलाश गहलोत पहले ही दिल्ली की 11 जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक कर चुके हैं। सभी को व्यवस्थाओं और लोगों की सुविधाओं का ख्याल रखने के निर्देश दिए गए हैं।
साल 2014 में दिल्ली में सिर्फ 69 जगहों पर छठ पर्व मनाया गया था। इसके लिए सरकार ने 2.5 करोड़ खर्च किए थे। गहलोत ने बताया कि उस समय से तुलना की जाए तो दिल्ली सरकार ने छठ पूजा मनाने के लिए अपने बजट में लगभग 12 गुना बढ़ोत्तरी की है।

40 लाख से ज्यादा लोग मनाएंगे छठ

दिल्ली में पिछले कुछ सालों में यूपी और बिहार के लोगों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इस समय 40 लाख से ज्यादा पूर्वाचंली राष्ट्रीय राजधानी में रह रहें हैं। यहां बड़ी संख्या में लोग छठ पर्व मनाते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लोगों को अपने घरों से ज्यादा ट्रैवल न करना पड़े, इसलिए यमुना किनारे, पुराने जलाशयों के पास, नगर निगम (MCD) और दिल्ली डेवलपमेंट अथॉरिटी (DDA) के पार्क में छठ पूजा के लिए टेंट लगाए जाएंगे।

यमुना के गंदे पानी में छठ पूजा

पिछले साल छठ पूजा के दिन कुछ डराने वाली तस्वीरें सामने आई थीं। यमुना की जहरीली झाग के बीच महिलाएं नदी में डूबकी लगा रहीं थी। हालांकि, दिल्ली सरकार ने बढ़ते कोविड संक्रमण के चलते सार्वजनिक तौर पर छठ मनाने पर रोक लगा रखी थी। पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने और दीपावली में हुई आतिशबाजी से दिल्ली की हवा काफी प्रदूषित हो गई थी। इसके चलते यमुना में अमोनिया का स्तर बढ़ गया था।

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