मुश्किलों में दिल्ली सरकार के चहेते मंत्री राजेंद्र पाल गौतम, पूछताछ के लिए पुलिस ने भेजा समन

दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को पुलिस ने पूछताछ के लिए समन भेजा है। उन्हें आज दोपहर 2 बजे उपस्थित होने के लिए कहा गया है। उन पर विजयादशमी के दिन दिल्ली में बौद्ध सम्मेलन में हिंदू देवी-देवताओं को न मानने की शपथ दिलाने का आरोप है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने इसका वीडियो शेयर करके मंत्री की बर्खास्त करने की मांग की थी।

रविवार को ही गौतम ने मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। गौतम ने सोमवार को कोई भी नोटिस मिलने से इनकार कर दिया था। आज उन्हें पुलिस ने समन सौंपा। गौतम ने सोमवार को कहा था,’ उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है। पुलिस मुझसे पूछताछ करने आई, मैंने मांगी गई जानकारी दी।’

इस्तीफा देने के बाद कहा था- मैं अपने नेता पर आंच नहीं आने दूंगा

राजेन्द्र पाल गौतम आम आदमी पार्टी के दलित नेता हैं। वे दिल्ली की सीमापुरी सीट से विधायक हैं। केजरीवाल सरकार में उनके पास सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, अनुसूचित जाति/जनजाति, रजिस्ट्रार ऑफ को-आपरेटिव सोसाइटीज मंत्रालय की जिम्मेदारी थी। उन्होंने अपने इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को कहा- BJP के खिलाफ लड़ता रहूंगा। वे मेरे नाम पर केजरीवाल को टारगेट कर रहे थे। अपने नेता पर मैं आंच नहीं आने दूंगा।

धर्म परिवर्तन का भी आरोप

यह दीक्षा कार्यक्रम जय भीम मिशन ने किया था, जिसमें 10 हजार से ज्यादा लोग आए थे। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी (AAP) ने मुफ्त सामान देकर गरीब हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराया है। AAP धर्म परिवर्तन कराने वाली एजेंसी बन गई है।

राजेंद्र पाल ने कहा था- मेरी आस्था से किसी को क्या दिक्कत

वीडियो वायरल होने के बाद मंत्री राजेंद्र गौतम ने कहा था, ‘भाजपा देशद्रोही है। अगर मेरी आस्था बौद्ध धर्म में है तो उससे किसी को क्या दिक्कत है? भाजपा को शिकायत करनी है तो वह करे। भारत का संविधान हमें किसी भी धर्म को मानने की आजादी देता है। भाजपा की जमीन खिसक रही है और वह आम आदमी पार्टी से डरती है।’

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें