दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर नांगल राजावतान थाना इलाके में लाहड़ी का बास के पास गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे उज्जैन महाकालेश्वर के दर्शन कर दिल्ली लौट रही यात्रियों की स्लीपर बस और ट्रॉले में टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बस का आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में बस में सवार 18 लोग घायल हो गए।
सूचना के बाद नांगल थाना पुलिस और एक्सप्रेसवे का बचाव दल मौके पर पहुंचा, जिन्होंने घायलों को क्षतिग्रस्त बस से बाहर निकाल इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। घायलों में से 12 गंभीर घायलों को जिला अस्पताल से जयपुर रेफर किया गया है।
थाना इंचार्ज हुसैन अली ने बताया कि एक्सप्रेस-वे से स्लीपर कोच बस उज्जैन से दिल्ली जा रही थी। इसी दौरान आगे चले रहे ट्रॉले से बस की भिड़ंत हो गई। संभवतया कोहरे के चलते विजिबिलिटी कम होने से यह हादसा हुआ है। तेज स्पीड से चल रही बस ट्रॉले में घुस गई। इससे बस का केबिन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और आगे की सीटों पर बैठे 18 लोग घायल हो गए। जिनका दौसा व जयपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस ने बताया कि बस में 36 यात्री सवार थे। ऐसे में अन्य यात्रियों को एक्सप्रेस-वे के रेस्ट एरिया में रुकवाया गया है। हादसे के बाद ट्रॉला मौके पर नहीं मिला, जहां बजरी बिखरी हुई मिली है। ऐसे में अंदेशा है कि बजरी से भरे ट्रॉले से बस की टक्कर हुई, जिसके बाद ट्रॉला मय चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने एक्सप्रेस-वे के कंट्रोल रूम से सीसीटीवी फुटेज जुटाकर ट्रॉले की पहचान के प्रयास शुरू किए है।
जिला अस्पताल पुलिस चौकी के कॉन्स्टेबल नवीन ने बताया कि हादसे में घायल 18 लोगों को इलाज के लिए दौसा जिला अस्पताल लाया गया था। जिनमें से ग्रेटर नोएडा निवासी शिवप्रिया (50), कार्तिक (26), मयरी घोष (57), प्रीति (35), कोटा निवासी गुलाम अहमद (31), सोनीपत निवासी जयेश जाट (13), अमित जाट (36) व दिनेश (14), बालोतरा निवासी सुरेश (42), बैंगलुरु निवासी मोहनलाल (34), जोधपुर निवासी मूलाराम (32), दिल्ली निवासी मोनूसिंह (25) को जयपुर एसएमएस रेफर किया गया है।
वही बाड़मेर निवासी जसराम (38), बीकानेर के कोलायत निवासी प्रीति (35), दिल्ली निवासी निखिल (29), बृजमोहन (21), आकाश (25), आगरा निवासी अंकित शर्मा (28) का दौसा अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना पर डिप्टी एसपी चारूल गुप्ता व पीएमओ डॉ. दीपक शर्मा ने इमरजेंसी यूनिट में घायलों की कुशलक्षेम पूछी।