देवरिया शेल्टर होम केस : योगी सरकार ने दिखाई सख्ती; DM को हटाया, जांच के लिए हाई लेवल टीम गठित

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के देवरिया में बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप केस जैसा मामला सामने आने के बाद योगी सरकार हरकत में आ गई है। योगी सरकार ने देवरिया के जिलाधिकारी सुजीत कुमार को हटा दिया है और मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय समिति को रवाना किया है। समिति की रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार आगे की कार्रवाई केरेगी।

जानिए पूरा मामला 

बता दें कि देवरिया के बालिका गृह में सेक्स रैकेट चलाने का खुलासा तब हुआ जब एक लड़की शेल्टर होम के चंगुल से बचकर पुलिस के पास पहुंची और उसने इस बारे में शिकायत की। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बालिका गृह से करीब 24 लड़कियों को मुक्त कराते हुए उसे सील कर दिया है। इस मामले में संस्थान की संचालिका गिरिजा त्रिपाठी और उसके पति मोहन त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि एक आरोपी अभी फरार है।

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उत्तर प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री रीता बहुगुणा ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने देवरिया के जिलाधिकारी सुजीत कुमार को हटाने के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद जिलाधिकारी के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।’ मंत्री ने कहा, ‘इस पूरे मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री ने दो सदस्यों की एक उच्चस्तरीय टीम भेजी है। यह टीम वहां रुकेगी और घटना की जांच करने के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद कार्रवाई की जाएगी।’

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मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक

इस बालिका गृह से एक दर्जन से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं जिनमें महिलाएं, बच्चे और लड़कियां शामिल हैं। इस बालिका केंद्र को मां विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाज सेवा संस्थान संचालित करता है।

कुछ दिन पहले ऐसा ही मामला बिहार के मुजफ्फरपुर से भी आया था जहां टाटा इंस्‍टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) की सोशल ऑडिट रिपोर्ट सामने आई थी। इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि कैसे इन बालिका गृह में छोटी-छोटी बच्चियों का शोषण किया जाता रहा है।

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