धर्म संसद में फिर उठी आवाज – भाजपा ही कराएगी मंदिर निर्माण

कुम्भ नगरी (प्रयागराज) । स्वामी नरेंद्राचार्य महाराज ने धर्म संसद को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शासनकाल में ही श्रीराम मंदिर का निर्माण संभव है। इसलिए मोदी सरकार को एक बार और मौका देने की जरूरत है।

धर्म संसद को वैश्विक विचारों के आदान प्रदान का स्थल बताते हुए उन्होंने कहा कि मानव कल्याण के लिए है आध्यात्मिक ज्ञान जरूरी है। यह मंदिरों में मिलता है। भारत के मंदिरों की यही विशेषता विश्व को अपनी ओर आकर्षितनकार रहा है। तमाम विदेशी लोग इन मंदिरों की शरण में हैं। यहां आध्यात्मिक ज्ञान ले रहे हैं। उसका प्रचार-प्रसार भी कर रहे हैं। लेकिन आध्यात्मिक भारत की धरोहरों को कुछ पश्चिमी शक्तियां धूल धूसरित कर रही हैं। भारत ने हमेशा ही आधुनिकता और आध्यात्मिकता के समन्वय पर जोर दिया है। इनका यही प्रयास विश्व को उच्चतम शिखर तक ले जा रहा है। अब समय आ गया है भारत की आध्यात्मिक शक्तियों को प्रचारित-प्रसारित करें।

उन्होंने कहा कि कुछ तथाकथित विचारकों के कुत्सित विचारों से भारतीय परम्परागत और आध्यात्मिक ज्ञान को बचाना होगा। इनसे मिलकर निपटना होगा। हिन्दू समाज संगठित होकर इनसे निपटेगा। साधु-सन्यासी भी इस प्रयास में आगे रहेंगे। उन्होंने कहा कि भारत की सांस्कृतिक एकता में ही यह कूवत है। यहां के युवाओं में बहुत ऊर्जा है। भारत को युवा ही देश को विश्वगुरु बना सकते हैं। इन्हें मंदिरों से मिलने वाला आध्यात्मिक ज्ञान इसके लिए प्रेरित करेगा। भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर अब निर्णय जरूरी है। क्योंकि इन्हीं मंदिरों से आध्यात्मिक व धार्मिक ज्ञान जन-सामान्य को मिलते हैं। राम मंदिर का निर्माण भाजपा के शासनकाल में ही हो सकता है। इसलिए वर्तमान सरकार को एक मौका और देना चाहिए। रामानुजाचार्य ने कहा कि सहिष्णुता की एक सीमा होती है। अब बहुत हो गया। हिन्दू समाज अब तैयार रहे। सिंघल जी को सच्ची श्रद्धांजलि देने का समय आ गया है। राम मंदिर निर्माण ही उनकी सच्ची श्रद्धाजंलि होगी।

 

 

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें