5 हजार में रात भर खोदो मिट्टी : फंसने की नौबत! पुलिस बोली- खनन में कोई रोल नहीं

भास्कर ब्यूरो

  • सट्टी में खूब चल रहा गोरखधंधा, वीडियो ने खोल दी सच्चाई
  • ट्रैक्टर चालक ने भोलेपन में उजागर कर दी एसओ की करतूत
  • फिलहाल बात में दिख रहा दम, कितनी सच्चाई जांच का विषय

कानपुर देहात : वैसे तो मिट्टी खनन में पुलिस कहती है, उसका कोई रोल नहीं है। राजस्व व खान अधिकारियों की मौजूदगी के बिना पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर सकती है। उच्चाधिकारियों के ऐसे निर्देश भी हैं लेकिन इन दिनों चर्चा में है कि सट्टी थाने के बड़े साहब पांच हजार रुपये में खनन के लिए रात भर की परमीशन दे रहे हैं। साहब की शर्त ये है सुबह होते ही खनन बंद कर दो। आसान शर्त में साहब से मिल रही परमीशन से मिट्टी चोरों को काफी आसानी हो रही है।

  • अभी तक सबको को यही जानकारी है कि खनन की परमीशन एडीएम और डीएम के यहां से मिलती है लेकिन सट्टी में थानेदार साहब रात भर की परमीशन पांच हजार रुपये में दे रहे हैं। ये कोई और नहीं रात में मिट्टी चोरी करने वाला ट्रैक्टर चालक ईमानदारी से बता रहा है। दरअसल ट्रैक्टर चालक रात में बलुई मिट्टी लेकर जा रहा था। उसे रोक कर पूछा गया कि किसकी परमीशन से खनन कर रहे हो तो उसने कहा एसओ साहब की। कितने रुपये लिए साहब ने, इस सवाल पर उसने तापक से जवाब दिया कि पांच हजार। उसकी बातों पर यकीन न करके जब पड़ताल की गई तो चालक की बात सच साबित हो रही है। साहब मिट्टी चोरों को रात भर खनन के लिए पांच हजार रुपये में परमीशन दे रहे हैं ये बात क्षेत्र में खूब चर्चित है।
  • इस बाबत प्रभारी निरीक्षक संजेश कुमार ने कहा कि पुलिस का खनन से कोई लेना देना नहीं है। राजस्व व खान टीम गाड़ी पकड़ कर ले आएगी तो दाखिल कर देंगे।
  • भट्ठों में बलुई मिट्टी बेचने का कारोबार
  • यमुना पट्टी के ट्योंगा, नौबादपुर, कथरी आदि गांवो में बलुई मिट्टी खूब है। नियमानुसार खनन के लिए इसकी परमीशन लेनी होती है। मिट्टी चोर रात में अवैध खनन करके भट्ठों पर इसे बेच रहे हैं। वहीं अवैध खनन करके रात में निर्माणाधीन प्लाट, मकानों में मिट्टी भराई का कारोबार सट्टी क्षेत्र में खूब चल रहा है। फिलहाल एसओ साहब की संलिप्तता कितनी है ये तो जांच का विषय है लेकिन ट्रैक्टर चालक ने जिस भोलेपन से बताया तो उसकी बातों में दम दिख रहा है। वहां के लोग बताते हैं रात में मिट्टी खनन करने वालों के कई गैंग सक्रिय हैं। शिकायत पर पुलिस कहती है, कोई मतलब नहीं है। लेकिन लोगों का कहना है कि बिना पुलिस की मर्जी के एक भी दिन अवैध खनन नहीं हो सकता है।

बयान-
खनन में पुलिस का सीधे कोई हस्तक्षेप नहीं है। अगर कोई सूचना आती है तो एसडीएम साहब को भेजी जाती है। वह टीम भेजते हैं तब फोर्स भेजा जाता है। इस तरह का कोई आरोप लगा रहा है तो इसकी जांच करा ली जाएगी। अगर पुलिस की संलिप्तता पाई गई तो संबंधित के विरूद्ध कार्रवाई होगी।-संजय सिंह, सीओ भोगनीपुर

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