अयोध्या। एक तरफ जहां योगी सरकार के सख्त निर्देश सरकारी कर्मचारियों को समय से पहले कार्यालय पहुंचने के दिए गए हैं वहीं दूसरी तरफ सरकार की नीतियों की अवहेलना में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय आज अव्वल दिखा, भास्कर प्रतिनिधि जब प्रातः 10:40 पर पूर्व में प्राप्त शिकायतों के आधार पर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पहुंचा तो लगभग सभी कर्मचारी अनुपस्थित मिले सभी के कमरों में ताला बंद मिला केवल जिला विद्यालय निरीक्षक के दो चपरासी जिला विद्यालय निरीक्षक कक्ष के सामने बैठे पाये गये।
कुछ फरियादियों की भी संख्या घूमते टहलते जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में दिखाई पड़ी, पूर्व में भास्कर प्रतिनिधि द्वारा विगत 2 दिन पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय की एक महिला कर्मचारी की उपस्थिति व अनुपस्थिति को लेकर जब जिला विद्यालय निरीक्षक से फोन पर वार्ता की गई तो जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा भास्कर प्रतिनिधि को फोन पर उक्त महिला कर्मचारी के छुट्टी पर होने की बात बताई गई परंतु प्रतिनिधि द्वारा जब सघनता से ऑफिस कर्मचारियों से जानकारी ली गई तो अन्य कर्मचारियों के द्वारा बताया गया छुट्टी की एप्लीकेशन उनके द्वारा अभी तक नहीं आई है।
ना ही अटेंडेंस रजिस्टर पर कैजुअल लीव चढ़ी है लगभग 2 बजे उक्त महिला कर्मचारी जोकि जिला विद्यालय निरीक्षक से संबंधित डॉक के रिसीविंग हेतु पद पर तैनात हैं ऑफिस में प्रवेश करती दिखाई पड़ी अब आप समझ सकते हैं हजारों हजार शिक्षकों की शिकायत के लिए तैयार व उनके सहयोग के उद्देश्य से जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय की दुर्दशा क्या है कल यानी 22 मार्च को जब भास्कर प्रतिनिधि द्वारा पुनः जिला विद्यालय कार्यालय का निरीक्षण किया गया तो फिर पाया गया डाक रिसीव करने वाली महिला कर्मचारी उस दिन भी अनुपस्थित पाई गई और विभागीय कर्मचारियों द्वारा बताया गया।
आज वह छुट्टी पर है जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में चल रही कर्मचारियों की मनमानी कवर करने के उद्देश्य से जब भास्कर प्रतिनिधि आज पुनः 23 मार्च को 10:40 बजे कार्यालय पहुंचा तो लगभग सभी कमरे बंद मिले सभी कर्मचारी अनुपस्थित मिले और फरियादियों का जमावड़ा धीरे धीरे बढ़ता हुआ देखा गया कैसे सुधरेगी सरकारी कार्यालयों की व्यवस्था सरकारी नीतियों के सापेक्ष एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।