
ग्रामीण कई सालों से सरकारी संपत्ति को रहे थे जोत
एसडीएम सदर के नेतृत्व में भारी पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर कराई सरकारी संपत्ति को खाली
भास्कर समाचार सेवा
गाजियाबाद। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सरकारी संपत्तियों को खाली कराकर कब्जा मुक्त कराने के प्रयासों को गाजियाबाद जिला प्रशासन ने चार चांद लगाए हैं करीब 3:30 करोड़ रुपए की सरकारी संपत्ति पर ग्रामीणों द्वारा कब्जा कर उसे बोने जोतने का कार्य कर रहे ग्रामीणों से सरकारी संपत्ति को खाली कराया गया है। जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि ग्राम मसूरी के खसरा नम्बर 582 क्षेत्रफल 1.256 हेक्टेयर जो अभिलेखों में बंजर के रूप में दर्ज है पर अवैध अतिक्रमण को हटाया गया। कब्जामुक्त जमीन की अनुमानित कीमत लगभग 3.5 करोड़ आंकी जा रही है। मसूरी के ढहर बसंत गढ़ी में कई वर्षों से सरकारी संपत्ति पर ग्रामीणों द्वारा कब कर उसको बोने और जोतने का कार्य कर आर्थिक रूप से धन अर्जित कर रहे थे इस मामले की सूचना जब जिला प्रशासन को लगी तो जिला प्रशासन ने एसडीएम सदर के नेतृत्व में भारी पुलिस बल को साथ लेकर मौके का मुआयना कराया गया और लेखपाल के द्वारा बताई गई संपत्ति को कब्जा मुक्त कराया गया है हालांकि इस बीच कोई भी ग्रामीण विरोध में सामने नहीं आया और प्रशासन द्वारा सरकारी संपत्ति को खाली करा लिया गया एसडीएम सदर विनय कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम मसूरी के खसरा नम्बर 582 क्षेत्रफल 1.256 हेक्टेयर जो अभिलेखों में बंजर के रूप में दर्ज थी जिसको ग्रामीणों दुवारा कब्जा मुक्त कराकर लेखपाल के सुपुर्द कर अवैध कब्जे को हटाया गया है।कब्जामुक्त जमीन की अनुमानित कीमत लगभग 3.5 करोड़ बताई जा रही है फिलहाल जमीन खाली कराने को लेकर किसी तरह का कोई भी विरोध सामने नहीं आया और कोई भी शख्स उस पर अपना मालिकाना हक जताने भी मौके पर नहीं पहुंचा, यानी कि ग्रामीणों द्वारा ही संपत्ति को बोने जोतने का कार्य कर रहे थे । वर्तमान प्रधान को भी हिदायत दी गई है कि सरकारी संपत्ति पर कब्जा होने पर इसकी सूचना तुरंत जिला प्रशासन को दी जाए।