संदीप पुंढीर
हाथरस/सादाबाद। ज़िलाधिकारी रमेश रंजन की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत बिसावर में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अन्तर्गत संचालित स्वयं सहायता समूहों के साथ बैठक की गई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने समूहों के सदस्यों से उनकी आजीविका बढ़ाने के बारे में चर्चा करते हुए सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत बिसावर में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत संचालित स्वयं सहायता समूहों के साथ बैठक कर समूहों के सदस्यों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन का उददेश्य ग्रामीण गरीब परिवारों को मुख्य धारा से जोड़ना और विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये उनकी गरीबी दूर करना है एवं गरीब ग्रामीणों को सक्षम और प्रभावशाली संस्थागत मंच प्रदान कर उनकी आजीविका में निरंतर वद्धि करना, वित्तीय सेवाओं तक उनकी बेहतर और सरल तरीके से पहुंच बनाना है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत सबसे पहले समूह का गठन किया जाता है। समूह गठन के पश्चात राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाता है। अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर स्वयं सहायता समूह का पंजीकरण करा सकते हैं। आप कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी अपने स्वयं सहायता समूह को रजिस्टर करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि गांव और कस्बों में लोगों के रोजगार का प्रमुख साधन कृषि है। कृषि उत्पादों का कच्चे माल के रूप में उपयोग करने के लिए कृषि पर आधारित उद्योगों एवं कारखानों को गांवों और कस्बों में स्थापित किया जाना चाहिए। इसके साथ ही कृषि में उपयोग होने वाले औजार एवं संसाधनों का निर्माण भी गांव एवं कस्बों में ही किया जाना चाहिए। उ0प्र0 के किसी भी ग्राम में स्वयं सहायता समूह का रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। स्वयं सहायता समूह के गठन के लिए आपको अपने गांव या क्षेत्र की समूह सखी का पता करना होगा। राष्ट्रीय आजीविका मिशन की तरफ से नियुक्त की गई समूह सखी प्रत्येक ग्राम पंचायत या शहरी क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड में समूह के गठन का कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि समूह में रहने से एकता की भावना मजबूत होती है। समूह में रहने से एक दूसरे को सुरक्षा मिलती है और किसी भी संकट का सामना मिलकर किया जा सकता है। समूह में रहने से एक दूसरे को बल मिलता है और किसी बात का भय नहीं रहता। समूह में रहने से एक दूसरे की मदद आसानी से की जा सकती है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्र, परियोजना निदेशक अश्वनी कुमार मिश्र, उप जिलाधिकारी सादाबाद विपिन कुमार शिवहरे, डी0सी0 मनरेगा, एन0आर0एल0एम0, तहसीलदार, बी0डी0ओ0 आदि उपस्थित रहे।
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