
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य के गवर्नर यानि राज्यपाल जगदीप धनखड़ को ट्विटर से ब्लॉक कर दिया है। मुख्या मंत्री ममता बनर्जी ने राजपाल पर कई गंभीर आरोप लगाए और कहा कि उन्होंने गवर्नर को ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया है. सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि वो बंगाल के गवर्नर के ट्वीट से परेशान हो गई थीं, जिस वजह से उन्हें ऐसा करना पड़ा।
सीएम ने लगाए ये आरोप
राज्य की मुख्या मंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर जासूसी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, “एक ओर केंद्र सरकार पेगासस कर रहा है। दूसरी ओर, राज्यपाल पेगासस कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि राज्यपाल प्रत्येक दिन ट्विटर ऐसी-ऐसी बातें ट्विट करते हैं, जो उन्हें परेशान करती हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से कई बार राज्यपाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं किया।
अंततः दुर्भाग्यपूर्ण रूप से उन्हें यह फैसला लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि चार पत्र देने के बावजूद पीएम क्यों उन्हें वापस नहीं बुलाया। सरकारिया आयोग के अनुसार राज्यपाल की नियुक्ति पर राज्य सरकार से सलाह लेनी थी, लेकिन राज्य से कोई सलाह नहीं ली गई।
राज्यपाल को हटाने का किया अनुरोध
दूसरी ओर, टीएमसी ने जगदीप धनखड़ को बंगाल के राज्यपाल पद से हटाने का अनुरोध सीधे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से किया। तणमूल लोकसभा के नेता सुदीप बंद्योपाध्याय ने सोमवार को संसद में बजट सत्र की शुरुआत के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद यह अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि, “मैंने सीधे उनसे कहा कि मैं आपसे बंगाल के राज्यपाल को हटाने का अनुरोध करता हूं। यह देश के संसदीय लोकतंत्र के लिए हानिकारक है। उन्होंने हमेशा सभी को शर्मिंदा किया।”
बात ब्लॉक करने तक क्यों पहुंची
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी की सरकार के बीच ये टकराव कुछ वक़्त से चला आ रहा है। राज्यपाल अक्सर राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते रहते हैं। हाल में विधानसभा परिसर के दौरान उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष की भी खुलकर आलोचना की थी।
इसके पहले भी सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से राज्यपाल को वापस बुलाने की मांग कर चुकी हैं। खबर है कि 1 फरवरी से शुरू हो रहे संसद का बजट सत्र के दौरान टीएमसी राज्यपाल जगदीप धनखड़ के खिलाफ प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही है।