
चुनाव आयोग ने इस बार नई व्यवस्था की है। इस व्यवस्था के तहत अस्सी साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्ग और चलने फिरने में असमर्थ दिव्यांगों को पोलिंग स्टेशन पर आने की जरूरत नहीं है। उन्हें घर से ही अपनी वोट डालने की सुविधा दी गई है। जिला जालंधर में ऐसे ही उम्र दराज 1270 और 271 दिव्यांगों के लिए पोस्टल बैलेट को मंजूरी दी गई है।
जिला जालंधर में कुल 11563 दिव्यांग मतदाता हैं जबकि 80 साल से अधिक उम्र के 45325 वोटर रजिस्टर्ड हैं। जिला प्रशासन के पास इनमें से 1541 की तरफ से पोस्टल बैलट के लिए फार्म नंबर 12 भरा गया था। आज चुनाव अधिकारियों के बैठक में इन्हें घर से वोट पर स्वीकृति दी गई है। प्रशासन बुजुर्ग व दिव्यांग व्यक्तियों के घर से वोट पोल करने के प्रबंधों में जुट गया है।
जिला जालंधर के नौ विधानसभा क्षेत्रों में से फ़िल्लौर हलके में 209, नकोदर में 69, शाहकोट में 103, करतारपुर में 22, जालंधर पश्चिमी में 197, जालंधर केंद्रीय में 240, जालंधर उत्तरी में 147, जालंधर कैंट में 381 और आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में 173 वोटरों की तरफ से पोस्टल बैलट की सुविधा का चयन किया है।
पोलिंग बूथों पर भी दिव्यांगों औ बुजुर्गों के लिए किए गए हैं पूरे प्रबंध
डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने बताया कि 80 साल से अधिक आयु के कुल 1270 वोटर और 271 पीडबलयूडी (दिव्यांग) वोटर घर में ही अपनी वोट डाल सकेंगे। ज़िला प्रशासन की तरफ से उनके लिए पोस्टल वोटिंग का प्रबंध किया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रशासन की तरफ से पीडबलयूडी. और बुज़ुर्ग वोटरों के लिए पोलिंग स्टेशनो पर सभी ज़रुरी प्रबंधों को यकीनी बनाया है, जिस में व्हील चेयरो की उपलब्धता, रैम्प, वलंटियरों की तैनाती शामिल है। उन्होंने कहा कि विशेष सहयोग की ज़रूरत वाले वोटरों की सुविधा के लिए कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। उन्होंने सभी वोटरों को 20 फरवरी, 2022 को वोटों वाले दिन लोकतंत्र को और मज़बूत बनाने के लिए अपने वोट के अधिकार का इस्तेमाल करने की अपील की।
इस दौरान चुनाव स्टाफ़ , जिस को योग्य पी.डबलयूडी. और 80 से अधिक आयु के वोटरों के घर जा कर बैलट वोटिंग करवाने का काम सौंपा गया है, के लिए एक प्रशिक्षण सैशन करवाया गया। अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर (विकास) जसप्रीत सिंह की तरफ से एचएमवी कालेज में पूरी प्रशिक्षण प्रक्रिया की निगरानी की गई। सेशन में आधिकारियों की तरफ से पालन की जाने वाली स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रक्रिया (एसओपी) के संबंध में चुनाव स्टाफ़ को प्रशिक्षण दिया गया।
ईवीएम और वीवीपैट का लिया जायज़ा
डिप्टी कमिशनर कम ज़िला चुनाव अधिकारी घनश्याम थोरी ने आज उम्मीदवारों और राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में 20 फरवरी को चुनाव वाले दिन इस्तेमाल की जाने वाली इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम.) और वोटर वेरिफाइड पेपर औडिट ट्रेल (वीवीपैट) मशीनों की तैयारी की प्रक्रिया का जायज़ा लिया।
रायज़ादा हंसराज स्टेडियम में फ़िल्लौर विधान सभा हलके लिए ईवीएम और वीवीपैटस की तैयारी के काम का जायज़ा लेने मौके डिप्टी कमिशनर ने बताया कि प्रशासन की तरफ से ज़िले के 9 विधान सभा हलकों के लिए क्रम अनुसार 2374 बैलट यूनिट, 2374 कंट्रोल यूनिट और 2571 वीवीपैट यूनिट की तैयारी शुरू कर दी गई है। निष्पक्ष और पारदर्शी पोलिंग प्रक्रिया को यकीनी बनाने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि अलॉट कुल मशीनों को रैंडम ढंग से चुनकर 5 प्रतिशत मशीनों पर कम से कम 1000 मोक पोल करवाई जाये और इस पूरी प्रक्रिया की वीडीओग्राफी भी यकीनी बनाई जाये जिससे निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव स्टाफ़ को यकीनी बनाया जा सके। चुनाव अधिकारी ने सरकारी कालेज लाडोवाली रोड, सरकारी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल नज़दीक अलास्का चौक, खालसा कालेज फार वूमेन कैंट रोड दौरा करके वहां क्रम अनुसार हलका जालंधर कैंट, जालंधर उत्तरी और हलका करतारपुर के लिए अलॉट की गई ईवीएम और वीवीपैट मशीनों की तैयारी का भी जायज़ा लिया गया।