
जनपद की 3100 आशाएँ घर-घर दस्तक देकर करेंगी जागरूक
10 से 24 मार्च तक चलेगा दस्तक अभियान ।
बहराइच l मौसम बदलने के साथ कई बीमारियों के फैलने की आशंका बढ़ जाती है । इनमे दिमागी बुखार , जेई, मलेरिया , डेंगू और चिकनगुनिया प्रमुख रूप से हैं। इस सभी संचारी रोगों की सबसे बड़ी मुश्किल यह है कि यह तेजी से एक से दूसरे में फैल जाती हैं और एक व्यक्ति से पूरा परिवार और पूरा समुदाय एक साथ इनके चपेट में आ सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत 10 मार्च से 24 मार्च तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा । जिसमें जनपद की समस्त आशाएं घर-घर भ्रमण कर लोगों को संचारी रोगों से बचाव को लेकर जागरूक करेंगी ।
संचारी रोग के नोडल अधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि बुखार होना संचारी रोगों का पहला लक्षण है । लेकिन बुखार आना अपने आप में कोई बीमारी नहीं है बल्कि यह इस बात का संकेत है कि शरीर में किसी न किसी रोग का प्रवेश हो चुका है । ऐसा मच्छरों के काटने , दूषित पानी या दूषित भोजन के माध्यम से बैक्टीरिया या वायरस के शरीर में प्रवेश होने से होता है । ऐसी स्थिति में चिकित्सक की सलाह पर जांच और जरूरी दवाएं लेकर बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है।
संचारी रोगों के लक्षण –
◆ मलेरिया – बुखार के साथ कंपकपी अथवा जाड़ा लगना
◆ डेंगू रोग – बुखार के साथ शरीर पर चकत्ते पड़ना अथवा रक्तस्राव
◆ चिकनगुनिया – बुखार के साथ जोड़ों में दर्द
◆ जापानीज़ इन्सेफेलाइटिस – बुखार के साथ बेहोशी , झटके आना
उपाय –
◆ मच्छरों से बचाव के लिए घर आस पास सफाई रखें , मच्छरदानी का प्रयोग करें
◆ छछूंदर व चूहों को नियंत्रित करें
◆ दूषित पानी व भोजन न ग्रहण करें
◆ आस-पास जल भराव न होने दें
◆ सूकर बाड़ों को आबादी से दूर रखें
◆ बुखार होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सक के अनुसार जांच और उपचार से बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है l
जिला अधिकारी ने दिया मंत्र –
सूअर मच्छर गंदा पानी, इन्सेफेलाइटिस की करे कहानी
कई रोगों पर होगा वार –
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि संचारी रोग नियन्त्रण माह के अंतर्गत 10 से 24 मार्च तक चलने वाले दस्तक अभियान में जिले की सभी आशाएं घर-घर दस्तक देकर बुखार व कोविड के साथ क्षय के संभावित रोगियों का चिन्हिकरण करेंगी । इसके साथ ही कुपोषित बच्चो का चिन्हीकरण, जन्म-मृत्य प्रमाण पत्र, आयुष्मान भारत के चिन्हित लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड, दिमागी बुखार से दिव्यांग हुए व्यक्ति को चिन्हित करने के अलावा 60 वर्ष से अधिक व 45 से 60 वर्ष कि आयु के बीच गंभीर बीमारी से ग्रसित नागरिकों को पर्चे व आधार के साथ नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर कोविड टीकाकरण कराने का काम करेंगी ।
आशाओं को मिलेगी प्रोत्साहन राशि –
उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी बृजेश सिंह ने बताया कि प्रत्येक मलेरिया रोगी की स्लाइड अथवा आरडीटी किट से जांच करने पर आशा कार्यकर्ता को 15 रुपए तथा मलेरिया की पुष्टि होने पर तीसरे, सातवें एवं चौदहवें दिन पर मरीज का फॉलो-अप पूर्ण करने पर प्रति मरीज़ 75 रुपए की धनराशि दी जाएगी । वहीं डेंगू बुखार के रोगी में डेंगू की पुष्टि होने पर 200 रुपए ,इसके अलावा जेई यानि जापानीज़ इनसेफेलाइटिस रोग की पुष्टि होने पर 250 रुपए का भुगतान किया जाएगा ।











