डॉक्टर-मरीज़  का सम्बन्ध : विश्वास की एक कच्ची डोर/करना होगा विश्वास अन्यथा बनेगी विकराल समस्या

 

अनुभव सक्सेना

पीलीभीत . इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की पीलीभीत शाखा ने आम जनता से अपील की है कि डॉक्टर और मरीज के रिश्ते में कोई संदेह न महसूस करें

उन्होंने यह माना कि कुछ लोग अपने कर्तव्यों का सही ढंग से निर्वहन नही कर रहे हो सकते है परन्तु जैसा कि चिकित्सा की शपथ लेते समय प्रत्येक डॉक्टर यह शपथ लेता है कि जब तक उसके शरीर में जान है वह आखिरी समय तक किसी भी बीमार व्यक्ति का ईलाज करने के लिए कृतसंकल्पित है आई ऍम ए के पीलीभीत के अधिकृत डॉक्टर तरुण सेठी ने दैनिक भास्कर से मुलाकात में आज यह बात दोहराई ।

आप को बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पीलीभीत शहर के कई डॉक्टरों पर लापरवाही बरतने के आरोप के साथ ही उनपर कानूनी केस भी दायर किये जा चुके है जो जहाँ एक ओर डॉक्टरों को किसी भी मरीज़ के इलाज़ को करते समय होने वाली अनहोनी के कारण उनके मन में डर पैदा कर रहा है वही दूसरी ओर आम जनता के भी मन में डॉक्टरों के प्रति होने वाले विश्वास में शंका पैदा कर रहा है.। [पीलीभीत के ए सी ऍम ओ डॉक्टर विजय बहादुर राम के अनुसार यह एक गंभीर चिंतन का विषय है क्योकि जब एक मरीज किसी अस्पताल में भर्ती होने आता है तो यह तो तै होता है कि उसने वहां आने से पहले कही न कही क्लिनिक पर या झोलाछाप डॉक्टर के पास अपना इलाज़ करवाने का प्रयास किया और जब वहां हालत विगड़ने लगी तो सोचता है कि अब बड़े अस्पताल ले चले फिर जब किसी डॉक्टर को केस के पहले से ही बिगड़े होने की स्थिति पता चलती है तब  वह मरीज़ को बचाने के प्रयास शुरू करता है और स्थिति अधिक ख़राब होने पर जब मरीज़ के परिवार वालो को समझने का प्रयास किया जाता है तो वह आधुनिक अविश्वास का मुखौटा लगा कर डॉक्टर पर तरह तरह के इलज़ाम लगा कर डॉक्टर को परेशांन  करना शुरू कर देता है जो डॉक्टरी के पेशे के प्रतिकूल है
डॉक्टर प्राइवेट हो या सरकारी आजकल सारी समस्या अविश्वास के कारण उत्पन्न होने लगी है

।इन्ही सभी समस्याओ को लेकर जब आई ऍम ए के डॉक्टर पीलीभीत के जिलाधिकारी महोदय से मिले तो उन्होंने इस गंभीर समस्या को सुना और डॉक्टर्स को विश्वास में लेते हुए कहा कि कानून के दायरे में रह कर डॉक्टर्स को होने वाली सभी उपरोक्त प्रकार कि समस्याओं पर गंभीरता पूर्वक जांच के बाद ही कोई कानूनी कार्यवाही के लिए कदम उठाये जायेंगे और वे अपने कर्तव्यों के निर्वहन में कोई कोताही न बरते और जिला प्रशासन किसी व्यक्ति  के द्वारा डॉक्टर्स को अनावश्यक रूप से परेशान करने पर उनके बचाव् के लिए भी त्वरित कदम उठाएगा बैठक में जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव  के साथ पुलिस अधीक्षक अभिषेक दीक्षित भी मौजूद रहे जिन्होंने डॉक्टर्स को अपने कार्य के प्रति संजीदा रहने के मशवरे के साथ साथ उनके निडर होकर सही इलाज़ करने को कहा
आप को बता दे कि दिनांक 9 दिसंबर से पीलीभीत आई ऍम ए के आवाहन पर सभी प्राइवेट डॉक्टर एक जुट होकर उपरोक्त कारणों से  हड़ताल पर चले गए थे जिस के कारण दस दिसंबर को जिलाधिकारी महोदय ने उक्त डॉक्टर्स से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने की अपील कि थी जिसके चलते डॉक्टर्स ने जिलाधिकारी महोदय का सम्मान करते हुए अपने कार्यों पर वापस लौट आये थे

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