
पुलिस अधीक्षक ने 25 हजार का इनाम किया था घोषित
मैनपुरी – बाबा द्वारा अपना मकान अपनी पुत्री के नाम करने पर नाती ने अपने बाबा और दादी व बुआ को तमंचे से गोली मार दी थी। जिसमें बुआ की मौके पर और बाबा की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई थी। सोमवार को दन्नाहार पुलिस ने हत्यारोपी का साथियों संग गिरफ्तार कर लिया। जिसे पुलिस ने लिखापढ़ी के बाद जेल भेज दिया है।
ज्ञात हो कि दन्नाहार थाना क्षेत्र के ग्राम नेकापुर में 19 अगस्त की रात्रि नाती ने अपने बाबा 90 वर्षीय सत्यराम, 85 वर्षीय दादी सुरजा देवी, बुआ 37 वर्षीय सोनतारा पर तमंचे से फायरिंग कर दी थी। जिससे बुआ और बाबा की मौत हो गई थी। घटना के पीछे की वजह सत्यराम का कोतवाली सदर क्षेत्र के रेलवे स्टेशन के पास मकान था। जिसे उन्होने अपनी अविवाहित पुत्री सोनतारा के नाम कर दिया था। सत्यराम का इकलौता पुत्र राजेश अपने परिवार के साथ इसी मकान में रहता है। मकान सोनतारा के नाम करने पर सत्यराम का नाती और राजेश का पुत्र रवि बौखला गया। जिसके बाद उसने घटना को अंजाम दिया।
घटना की रिपोर्ट आरोपी की दादी सुरजमुखी ने थाने में दर्ज कराई थी। घटना के बाद एसपी अजय कुमार पाण्डेय ने निरीक्षण करके आरेापी की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमंे गठित की थी। दोहरे हत्याकांड के हत्यारोपी रवि पर एसपी ने 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था। सोमवार को दन्नाहार थाना इंस्पेक्टर ओमहरि बाजपेयी, उपनिरीक्षक सतेन्द्र पाल सिंह, लोकेन्द्र कुमार ने पुलिस फोर्स के साथ हत्यारोपियों मुख्य हत्यारोपी रविपाल पुत्र राजेश निवासी ग्राम नेकापुर थाना दन्नाहार, मंजूदेवी पत्नी राजेश पाल, संध्या, भावना पुत्री राजेशपाल निवासी मोहल्ला रघुराजपुरी थाना कोतवाली सदर, मनोज पाल पुत्र ओमप्रकाश निवासी सिसिया नगला, हाकिम सिंह पुत्र रमेश चन्द्र राठौर निवासी सिसिया नगला थाना एलाऊ को गिरफ्तार कर लिखापढ़ी के बाद जेल भेज दिया है।
इंस्पेक्टर ओमहरि बाजपेई के थाना संभालते ही हो जाती थाना क्षेत्र की कानून व्यवस्था सही
दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी 25 हजार के इनामी को गिरफ्तार करने वाले इंस्पेक्टर ओमहरि बाजपेयी जिस थाने में जाते हंै। उनके जाने के कुछ दिनो बाद उस थाना क्षेत्र की कानून व्यवस्था अपने आप सुधर जाती है। अपराधी या तो जेल में होते है या फिर गायब हो जाते हैं। और जब भी क्षेत्र में नजर आते हंै तो सीधे जेल में जाते हैं। इससे पहले वह सदर कोतवाली, कुरावली थाना और किशनी थाने में रह चुके हैं। जहां के क्षेत्र में इंस्पेक्टर ओमहरि बाजपेई को आज भी कानून व्यवस्था में सुधार लाने के लिए याद किया जाता है।
मैनपुरी से प्रवीण पाण्डेय की रिपोर्ट










