भास्कर समाचार सेवा
हरिद्वार। हिंदी साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने के लिए हरिद्वार में जन्मी डा.मीनू पाराशर को साहित्य गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। संस्कृति युवा संस्था की ओर से हाल ही में भारतीय गौरव पुरस्कार के लिए विश्व के 28 प्रतिभागी चयनित किए गए जिनमें डॉ मीनू पाराशर का नाम भी सम्मिलित किया गया। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने योगदान से देश का नाम रोशन करने वाले प्रतिभावान नागरिकों को संस्कृति युवा संस्था की ओर से प्रति वर्ष भारतीय गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। यह आयोजन दुबई के प्रसिद्ध होटल में संपन्न हुआ। उल्लेखनीय है कि संस्कृति युवा संस्था के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा एवं अग्रज गणेशिया हमेशा से नवीन प्रतिभाओं के लिए प्रेरणास्रोत रहे हैं।
लंबे समय से हिंदी साहित्य के क्षेत्र में सृजनात्मक कार्य करते हुए डा.मीनू पाराशर अनेक अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में अपनी रचनात्मक भूमिका निभा चुकी हैं। चाहे वह अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच से उत्तराखंड की महिमा का बखान चौपाइयों की ओर से करना हो या अंतर्राष्ट्रीय शब्द सृजन संस्थान के द्वारा भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से विभूषित प्रसिद्ध सितार वादक पंडित रविशंकर पर सृजन करना हो हर जगह मीनू की लेखनी निरंतर अग्रसरित होती रही है। हर्ष की बात ये है कि ऐसे अनेक आयोजनों में डा.मीनू पाराशर ने आगे बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। डा.मीनू पाराशर को दुबई में साहित्य गौरव पुरस्कार मिलने पर डा. राजेंद्र पाराशर, डा. अजय पाठक, डा. अनिल वर्मा, डा. संजय शाह, डा. विनीत अग्निहोत्री, डा. मंजू अग्निहोत्री, डा.नगेंद्र पाराशर, डा. संध्या शर्मा, डा. वीके राठौर, डा. नगेंद्र सिंह, डा. विशाल उपाध्याय, डा. मनोज भट्ट, वरिष्ठ पत्रकार अनिरुद्ध भाटी, समाजसेवी योगेश पांडे, एसएम जैन कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डा. अशोक मित्र ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उनके बड़े भाई डा. राजेंद्र, पुष्पेद्र और डा. नागेंद्र एवं उनके पति प्रवीण शर्मा ने उनकी सतत उपलब्धियों पर एवं साहित्य गौरव सम्मान मिलने पर उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर डा.मीनू ने अपने स्व. पिता डा. बीएन पाराशर को नमन किया। उनकी मां निर्मला पाराशर ने भी अपनी बेटी मीनू के प्रयासों की सराहना की।