डॉ. प्रदीप कुमार को वियतनाम से मिला इंटरनेशनल करियर काउंसलिंग अवार्ड

ग्रामीण भारत से निकलकर छात्रों के भविष्य संवारने वाले डॉ. प्रदीप कुमार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली बड़ी पहचान, वियतनाम की शैक्षिक टीम ने किया सम्मानित

बागपत। शिक्षा और करियर मार्गदर्शन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले जाने-माने करियर काउंसलर एवं साइकोलॉजिस्ट डॉ. प्रदीप कुमार को वियतनाम से आई एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने “इंटरनेशनल करियर काउंसलिंग एक्सीलेंस अवार्ड” से सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें उनके लंबे समय से किए जा रहे उल्लेखनीय कार्य, विद्यार्थियों के भविष्य निर्माण में अहम भूमिका और शिक्षा क्षेत्र में किए गए शोध कार्यों के लिए प्रदान किया गया।

सम्मान समारोह में वियतनाम की प्रतिष्ठित शिक्षाविदों, विश्वविद्यालयों और योग संस्थानों से जुड़े विशेषज्ञों की टीम ने भाग लिया। इस अवसर पर GLG योगा स्कूल की संस्थापक हो थी थान मिन्ह, सैगॉन पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य डॉ. होआंग वान फुक, उप-प्राचार्य डॉ. गुयेन थी हुए, दानांग विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय की प्रोफेसर डॉ. गुयेन थी थू हीएन, और कई अन्य प्रतिष्ठित प्रतिनिधि मौजूद रहे।

कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि डॉ. प्रदीप कुमार ने ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले विद्यार्थियों को करियर मार्गदर्शन देकर यह साबित किया है कि सही दिशा और दृढ़ निश्चय से हर बच्चा देश का कर्ता-धर्ता बन सकता है। उन्होंने न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी करियर काउंसलिंग को नई पहचान दिलाई है। उनके द्वारा विकसित किए गए स्टूडेंट कैपेसिटी असेसमेंट मॉडल को वियतनाम, नेपाल और अन्य एशियाई देशों में भी लागू करने की योजना पर चर्चा हुई।

डॉ. प्रदीप कुमार ने इस अवसर पर कहा कि यह सम्मान केवल उनका व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि उन हजारों विद्यार्थियों और अभिभावकों का है जिन्होंने उन पर विश्वास किया और शिक्षा की राह में उन्हें अपना मार्गदर्शक चुना। उन्होंने कहा कि आज के समय में करियर काउंसलिंग केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि शिक्षा की मुख्य धारा का अहम हिस्सा है। सही मार्गदर्शन पाकर ही विद्यार्थी अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाकर उत्कृष्ट उपलब्धियाँ हासिल कर सकते हैं।

उन्होंने यह भी बताया कि वे लगातार छात्रों के लिए आईक्यू लेवल टेस्ट, पर्सनालिटी असेसमेंट और करियर प्लानिंग प्रोग्राम चला रहे हैं, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे भी बड़े शहरों के बच्चों की तरह अवसर प्राप्त कर सकें।

कार्यक्रम में भारतीय प्रतिनिधियों ने भी इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त किया और कहा कि डॉ. प्रदीप कुमार ने बागपत जैसे क्षेत्र को वैश्विक शिक्षा मानचित्र पर स्थापित किया है।

अंत में वियतनाम की टीम ने आशा जताई कि डॉ. प्रदीप कुमार जैसे शिक्षा दूत भारत और वियतनाम के बीच शैक्षिक सहयोग को और मजबूत करेंगे।

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