मैनपुरी- शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक कार्यों के प्रति भी विद्यालयों का कर्तव्य होता है। इसी श्रंखला में सुदिती ग्लोबल एकेडमी के वरिष्ठ प्रधानाचार्य डा0 राम मोहन ने देवी रोड पर ईशन नदी के पुल के समीपवर्ती स्थान पर सफाई अभियान चलाया। ज्ञात हो कि ईशन नदी के पुल के पास वर्षों से कूड़े-कचरे के साथ-साथ देव प्रतिमाएं भी विकृत अवस्था में पड़ी हुई थीं, जहां आवारा जानवर भी गंदगी फैलाते थे। फलतः इस स्थान पर कूड़े का बहुत बड़ा ढेर लग गया था। उस ढेर में देव प्रतिमाएं अपमानित हो रहीं थीं।
भगवद् श्रद्धाभाव एवं धार्मिक विचारों से ओत-प्रोत विद्यालय के वरिष्ठ प्रधानाचार्य डा0 राम मोहन के मन में इस जगह को साफ करने का विचार आया। उन्होंने विद्यालय के आवासीय छात्रों, अध्यापकों एवं कर्मचारियों के साथ सतत् 3 घण्टे स्वच्छता अभियान चलाकर इस स्थान को स्वच्छ किया। सर्वप्रथम देव प्रतिमाओं को कूड़े के ढेर से अलग निकाल कर उन्हें एक स्थान पर सम्मानपूर्वक समाधिस्थ किया गया। इसके पश्चात् कूड़े को भी एकत्रित कर एक गड्ढे में डाल कर मिट्टी से ढक दिया। जिससे गंदगी इधर उधर न फैले। आते जाते लोगों से वरिष्ठ प्रधानाचार्य डा0राम मोहन ने आग्रह किया कि जब कभी भी हमारे घर में देव प्रतिमाएं खण्डित हो जाएं तो उन्हें इस तरह से घर के बाहर नहीं फैंकना चाहिए बल्कि किसी भी स्थान पर गड्ढा खोदकर प्रतिमाओं को ससम्मान विसर्जित कर देना चाहिए। घर से निकाल कर किसी स्थान पर इस भांति देवी देवताओं की मूर्ति को फैंक देना ईश्वरीय सत्ता का अपमान है।
जिसके परिणाम स्वरूप ही हमको यदा-कदा प्रकृति का कोपभाजन बनना पड़ता है। बहुत ही विचारणीय बात है कि जिस देव की हमने अपने घर में मंत्रोच्चार विधि से पूजन अर्चन किया, उसको बाद में हम इस तरह से फेंक दें ये तो सरासर भगवान का अपमान ही है। अतः हम सभी को पूजा में चढ़ाई गई वस्तुओं तथा विकृत हुई देव प्रतिमाओं को पूर्णतः सम्मान देते हुए धरती मां की गोद में स्थापित कर देना चाहिए। यही हमारी भारतीय संस्कृति की परम्परा है।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक लव मोहन, ओमेश जादौन, शिवम् मित्तल, अनीश शुक्ला, तीर्थ दीक्षित, रिंकू यादव, योगेश कुमार, आर एस चैहान, विवेक ओझा, अजय यादव, आर बी पाठक, आनन्द, विनोद आदि कर्मचारी भी उपस्थित रहे।