संदीप पुंढीर
हाथरस। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम को टोल की दरों का बढ़ना काफी भारी पड़ रहा है। प्रदेश के सभी डिपो की ईटीएम को टोल की बढ़ी दरों के हिसाब से अपग्रेड नहीं किया जा सका है। इसके चलते परिचालक रोडवेज से यात्रा करने वाले को जो टिकट दे रहे हैं। इसमें एक टिकट पुरानी दरों की हैं। वहीं दूसरी टिकट टोल के कारण बढ़ी दरों के अंतर के मूल्य की है। इस तकनीकी दिक्कत के कारण रोडवेज कर्मी व यात्री दोनों ही असहजता महसूस कर रहे हैं।
अगर आप रोडवेज बस से यात्रा कर रहे हैं और आपको परिचालक एक की जगह दो टिकट दे तो चौंकने की आवश्यकता नहीं है। पूरे प्रदेश में रोडवेज को इस तरह की कवायद करनी पड़ रही है। दरअसल एक अप्रैल से टोल के दाम बढ़ गए हैं। इसके चलते बसों का कुल किराया भी बढ़ गया है, लेकिन इस बढ़े हुए कुल किराए को मशीनों में अपग्रेड नहीं किया जा पा रहा। निगम स्तर से ही मशीनों को ऑफ लाइन ऑपरेट किया जा रहा है। इन मशीनों के ऑनलाइन ऑपरेट होने पर ही इन किरायों को अपग्रेड किया जा सकता है। ऐसे में बसों के परिचालकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनके द्वारा ईटीएम मशीन से पुरानी दरों का टिकट दिया जा रहा है। वहीं किराए में नए टोल की दरों को जोड़ने के बाद आने वाले एक या उससे अधिक रुपये के अंतर का टिकट हाथ से बनाकर दिया जा रहा है। जो अपने आप में काफी अलग है, लेकिन उत्तर प्रदेश परिवहन निगम में ऐसा हो रहा है। मामले को लेकर एआरएम हाथरस शशी रानी का कहना है कि इस तरह की दिक्कत से निजात के लिए हमारे अलावा तमाम डिपो ने पत्राचार किया है। जल्द ही इस समस्या का निस्तारण किया जा सकेगा।
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