
प्रवीण पाण्डेय/नीलेश मिश्रा
भोगांव/मैनपुरी। कोरोना काल मंे महिलायें लोगों का सहारा बनी, कोरोना काल में जब लोग घरों से निकलने में डरते थे, ऐसे में नारी शक्ति ने आगे बढते हुये लोगांे की खुलकर मदद की। नारी को अपराजिता कहा गया है मां दुर्गा का स्वरूप भी माना गया है। लाॅकडाउन मंे महिलाआंे ने साबित कर दिया कि नारी शक्ति स्वरूप है। लोगों का महामारी से बचाने के लिये दिन रात महिलाआंे ने एक किये। कोरोना काल में हर क्षेत्र की महिलाआंे ने देश के लिये आगे आकर लोगों का सहयोग किया चाहे वह स्वास्थ्य विभाग की हो, या फिर पुलिस विभाग की महिलाआंे ने फिर से दिखा दिया कि नारी शक्ति किसी से कम नहीं है। विश्व महिला दिवस पर हमारी टीम ने महिलाओं से बात की तो उनका कहना था कि महिलाओं ने अब समाज में आगे बढते हुये पुरूषांे से कन्धे से कन्धा मिलाते हुये काम करने का निर्णय लिया है।

नगर के थाना कोतवाली में महिला हैल्प डैस्क प्रभारी नीता महेश्वरी ने बताया कि उन्होने कोविड 19 के समय काफी मेहनत की, उनके आगे भी कई तरह की चुनौतियां सामने आईं। जब क्षेत्र मंे एकाएक संक्रमित लोगों की संख्या बढी तो ऐसे कटेटंमेन्ट जोन की निगरानी और लाॅकडाउन का पूरी तरह पालन कराना बहुत कठिन कार्य था। घर से निकल रहे लोगों को भी समझाया कि कोरोना का दौर चल रहा है। ऐसे सिर्फ जागरूकता ही कोरोना से बचाव का एक मात्र उपाय था।

थाना कोतवाली में तैनात महिला आरक्षी कु0 भारती ने बताया कि कोरोना काल में जब पूरे देश मंे लाॅकडाउन था लोग घरों मंे दुवके हुये थे। ऐसे मंे उनकी ड्यूटी कोविड वार्ड में लगाई गई थी। पूरे लाॅकडाउन के दौरान उन्होने लोगांे को निःशुल्क मास्क वितरण के साथ साथ खासकर महिलाआंे को सोशल डिस्टेन्स को लेकर जागरूक किया।
शिक्षिका स्नेहलता का कहना है कि कोविड का वह दौर उन्हे अच्छे से याद है कि जब लोग घरों में रहने को मजवूर थे। तब उन्होने महिलाओं के साथ समूह बनाकर लोगों को राशन एंव अन्य जरूरी सामान उपलव्ध कराया।

उन्होने आसपास की महिलाओं को जागरूक करते हुये कोरोना मंे सजग रहने के लिये प्रेरित किया।
तहसील क्षेत्र के ग्राम सुगांव निवासी मीना देवी की कहानी महिलाओं को साहस एंव हिम्मत देने वाली है। जीवन मंे शुरूआती दौर में उनके पास कमाई जरिया नहीं था। ऐसे मंे उन्होने आगे बढकर महिलाआंे को प्रेरित किया और कड़ी मेहनत कर अपने बच्चों को आगे बढाया। जिसका परिणाम है कि आज उनके तीनांे बेटे सरकारी सेवा में कार्यरत हैं। बडा बेटा अनूप अग्निहोत्री आरपीएफ मंे हैं तो वहीं दूसरे नम्बर का पुत्र राजन अग्निहोत्री एंव सबसे छोटा पुत्र प्रान्शू एयरफोर्स में नौकरी कर अपने जनपद का नाम रोशन कर रहा है। मीना देवी ने बताया कि उनके तीनों पुत्रों ने उनकी मेहनत को साकार कर दिया है।
बाल संरक्षण अधिकारी अलका मिश्रा ने बताया कि उन्होने पूरे कोरोना काल में महिलाओं को जागरूक करने का काम किया एवं मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं और बालिकाओं को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। 1090,1098 एवं 112 टोल फ्री नम्बरों के बारे में जानकारी देकर जागरूक किया।










