आज के समय ऐसा कोई भी नहीं जिसे पैसे की जरुरत नहीं, दिन रात इन्सान अच्छे सुख सुवधा के लिए इन्सान पैसे कमाता और महनत करता है. मगर हर इन्सान की एक जैसी किस्मत नहीं होती. मगर आज हम आपको ऐसा सरल उपाय बताने जा रहे जिससे आप भी मालामाल बन सकते है. हर इंसान की श्रद्धा ईश्वर पर होती है और इसी विश्वास के कारण वह सभी ईश्वर की अराधना करते हैं। भगवान भी सबकी सुनते हैं और वह अपने भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूरी करते हैं लेकिन वह व्यक्ति सच्चे दिल से ईश्वर की आराधना करता है तो उसे बहुत अच्छा फल मिलता है जिसकी वह कल्पना भी नहीं कर सकता है।
जानकारी के लिए बताते चले यूं तो हर इन्सान मन में पूरे विश्वास के साथ भगवान से कोई भी दुआ मांगता है और उसके पूरा होने का भरोसा भी रखता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि पूरे दिन में एक समय ऐसा भी आता है जिस वक्त आप भगवान के कोई भी दुआ मांगते है उसे भगवान ज़रूर पूरी करते है.
हो सकता है आपको पढ़ने में थोड़ा अजीब लग रहा हो लेकिन ये बात एकदम सच है। दिन में एकबार आने वाली ये घड़ी कुछ ऐसी होती है कि इसमें आप अपनी मनचाही मुराद भगवान तक पहुंचा सकते हैं और उसके पूरा होने के भी पूरे चांसेज़ होते हैं।
बचपन से आप सुनते आए होंगे कि पूरे दिन में एक ऐसी घड़ी आती है जब आपके मुंह से निकली हर बात सच होती है, आपकी मांगी हुई हर दुआं कुबूल होती है, ऐसा कहा जाता है कि इस वक्त आपकी ज़ुबां पर मां सरस्वती का वास होता है इसलिए आप जो भी कहते हैं या जो भी मांगते हैं वो पूरा होता है।
हां, दिन में एक बार आने वाला ये पल जिसे आप गोल्डन मूमेंट भी कहते हैं, इसका इतंज़ार सभी को रहता है। बड़े-बुजुर्गो से इस गोल्डन के बारे में आप भी कईं बार सुना होगा लेकिन एक गोल्डन मिनट कब आता है, दिन का कौन सा क्षण ऐसा होता है जब हमारी मांगी गई दुआ सीधे भगवान तक पहुंचती है, जब हमारी ख्वाहिश पूरी होती है।
जैसे इस वक्त एक गोल्डन मिनट की गणना करने के लिए हम पहले तारीख को रखते हैं और फिर महीने को लेकिन आपको बता दे कि 25 से 31 तारीख के लिए हम इसका उलट करते हैं। यानी की इन दिनों में गोल्डन मिनट की गणना के लिए हम पहले महीना रखेंगे और फिर तारीख।
27 जनवरी का गोल्डन मिनट, 1.27 मिनट होगा। इस प्रकार बड़ी ही आसानी से आप किसी भी दिन के एक गोल्डन मिनट की गणना कर सकते हैं लेकिन इस गोल्डन मिनट में कोई भी विश मांगने के लिए ज़रूरी है कि दिल में पूरा विश्वास और मन में सच्चाई रखी जाए तभी ये मुमकिन है कि आपकी दुआ कबूल होगी।
तो चलिए अब आप भी दिन औऱ महीने के हिसाब से इस समय की गणना करें और इसके बाद अपने दिल में पूरी श्रध्दा और सच्चाई रखकर अपने दिल की इच्छा को ईश्वर तक पहुंचाएं। वो आपकी मनोकामना जरूर पूरी करेंगे।