पीएम के काफिले की तलाशी लेने वाले IAS सस्पेंड, जानिए कौन हैं वो अधिकारी

IAS अधिकारी मोहम्मद मोहसिन

नई दिल्ली,  । भारतीय निर्वाचन आयोग ने बुधवार की देर रात को ओडिशा के जनरल पर्यवेक्षक मोहम्मद मोहसिन को निलंबित कर दिया। मोहसिन ने ओडिशा के सम्बलपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हेलीकॉप्टर की जांच करने की कोशिश की थी। जिला कलेक्टर और पुलिस महानिदेशक की रिपोर्ट मिलने के बाद चुनाव आयोग ने मोहसिन को निलंबित कर दिया।

भारतीय चुनाव आयोग के सचिव राकेश कुमार द्वारा जारी बयान के मुताबिक कर्नाटक कैडर के 1996 बैच के आईएएस अधिकारी मोहम्मद मोहसिन ने विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) से जुड़े चुनाव आयोग के निर्देशों का पालन नहीं किया।संम्बलपुर में मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण से पहले चुनाव प्रचार के लिए गए थे। इस दौरान जनरल पर्यवेक्षक मोहम्मद मोहसिन ने प्रधानमंत्री के हेलीकॉप्टर की जांच करने की कोशिश की थी, जो निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करता है। एसपीजी सुरक्षा प्राप्त लोगों को ऐसी जांच से छूट प्राप्त है।

बताते चले दरअसल मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के संबलपुर में चुनावी दौरा किया था और उस वक्त कर्नाटक बैच के आईएएस अफसर मोहम्मद मोहसिन संबलपुर में जनरल ऑब्जर्वर के तौर पर नियुक्त थे| उन्होंने पीएम मोदी के काफिले की तलाशी लेने की कोशिश की. इस बात को लेकर पीएमओ ने चुनाव आयोग से शिकायत की|

कौन हैं आईएएस मोहम्मद मोहसिन?

  • मोहम्मद मोहसिन पटना के रहने वाले हैं और कर्नाटक सरकार में सचिव (सोशल वेलफेयर विभाग) हैं. वे कर्नाटक कैडर से आईएएस बने हैं. उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से एम कॉम की पढ़ाई की है और साल 1994 में वो यूपीएससी सिविल सर्विसेज की पढ़ाई करने दिल्ली आए थे|
  • पहले अटेंप्ट में वो सिविल सर्विसेज प्री परीक्षा में सफल नहीं हो पाए और उसके बाद उन्होंने वापस तैयारी की. उसके बाद वो इस परीक्षा में सफल हुए, हालांकि उनके नंबर कम रह गए और वो आईएएस नहीं बन सके|
  • साल 1969 में जन्मे मोहम्मद मोहसिन ने फिर तैयारी की और 1996 बैच से आईएएस अधिकारी बने. उन्होंने उर्दू स्टडीज के साथ अपनी पढ़ाई की थी. उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार वो कर्नाटक सरकार के शिक्षा विभाग और अन्य विभागों में अधिकारी रह चुके हैं. वो कर्नाटक में कई प्रशासनिक पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं|
  • वे शुरुआत में एसडीएम पद पर रहे और उसके बाद जिला पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग में डेप्यूटी कमिश्नर आदि पदों पर कार्य कर चुके हैं|

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