बिजली फ्री देने के बाद भी जनपद में लगाये जा रहे बिजली स्मार्ट मीटर के विरोध में कलेक्ट्रेट पर भारतीय किसान यूनियन ने धरना दिया है। आरोप है कि किसानों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। किसान दिवस में भी अधिकारी गायब रहते हैं।
जिलाधिकारी के नाम दिए गए ज्ञापन में किसानों ने मांग रखी है। किसानों का कहना है कि सरकार बिजली फ्री दे रही है तो ट्यूबवेल पर स्मार्ट मीटर क्यों लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा किसानों ने आवारा पशुओं को गोशाला में भेजने की मांग की है। सभी छुट्टा गोवंशों की गिनती की जाए। किसानों ने अधिकारियों को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है। अगर गोवंशों को संरक्षित नहीं किया गया तो अधिकारियों के कार्यालय पर ताले ओर घरों पर धरने दिए जाएंगे।
किसानों के राजस्व रिकॉर्ड में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कैम्प लगाकर ठीक कराने की मांग की है। मलकपुर गन्ना मिल सहित सभी प्राइवेट मिलों से गन्ना मूल्य भुगतान कराया जाए। बड़ौत कस्बे में व्यापारियों द्वारा किये गए सड़कों पर कब्जे हटाए जाएं। मेटा वायरस को लेकर जागरूक करने की मांग की गई। गन्ने की वेरायटी को लेकर भी किसानों ने अधिकारियों के सामने अपना पक्ष रखा है। भारतीय किसान यूनियन ने अपना मांग पत्र एसडीएम बागपत को देते हुए सभी मांग की है। किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर मांगें पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन होगा।