फाइल फोटो
दैनिक भास्कर ब्यूरो
बरेली । पुलिस महकमा पीड़ितों की फरियाद सुनने के लिए थाना की व्यवस्था से लेकर त्वरित कार्रवाई का दावा कर रही है, लेकिन थानों में इसका रत्ती भर असर नहीं है। जिस छात्रा कों महिला सम्मान मिलना चाहिए था। पुलिस उससे बार -बार थाने के चक्कर लगवा रही है। एक माह बीत रहा मगर अभी तक छात्रा कों इंसाफ नहीं मिला है। यहां तक कि छात्रा उस दिन की अपनी बहादुरी कों बुज़दिली समझने लगी है। युवती कहती है काश उस दिन लुटेरे फ़ोन लें ही जाते तो अच्छा था। इस तरह बार -बार थाने के चक्कर तो नहीं काटना पड़ते।
क्या है पूरा मामला
दिव्यांशी बताती है कि वो एक मॉल में जॉब करती है। बीते 19अगस्त कों वो सेटेलाइट से अपने घर जा रही थी। इस बीच दिव्यांशी जिस ऑटो में सवार हुई उसमें दो अन्य युवक भी सवार थे।ऑटो चालक युवती कों घर कों छोड़ने के बजाय दिव्यांशी कों जंक्शन रोड की तरफ लें जानें लगा। जिसका दिव्यांशी ने विरोध किया। तो ऑटो चालक नें बदतमीजी शुरु कर दी और दिव्यांशी को ऑटो में से धक्का देकर चालक दिव्यांशी का फोन लेकर फरार हो गया। उसके बाद दिव्यांशी ने ऑटो का पीछा किया। वही छात्रा ने ऑटो चालक को बटलर प्लाजा के पास जाकर पकड़ लिया। मौके पर पहुंची दिव्यांशी ने बहादुरी दिखाकर ऑटो चालक से अपना फ़ोन लें लिया मौके शोर-शराबा होने लगा वही मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने झपट मार की पिटाई भी की तभी घटनास्थल पर पुलिस चोर कों थाने लें गईं साथ में उस मोबाइल को जप्त कर लिया गया।
वही दिव्यांशी अपने फोन कों पाने के लिये थाने के चक्कर लगा रही है। दिव्यांशी का आरोप है कि थाने में रोज उसे नई नई प्रक्रिया बताकर टालने की कोशिश कर रहे हैं पहले दिन बोला गया कल मिल जाएगा दूसरे दिन थाने में कुछ लोगों ने कहा कि आवेदन लिख दो उसके बाद मिल जाएगा। फिर जब आवेदन लिखा गया तो अब कहा गया कि यह कोर्ट का मामला है इतना आसानी से मोबाइल नहीं मिलेगा।वही दिव्यांशी बिना मोबाइल के काफी परेशान है।छात्रा का कहना है कि वो मोबाइल से ऑनलाइन पढ़ाई करती थी और किसी से भी संपर्क नहीं कर पा रही है।