कंप्यूटर साइंस में माहिर, भारतीय मूल के उद्यमी कल्याण रेड्डी ने अमेरिका में रचा सफलता का इतिहास

मैक्सिल टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस के सह-संस्थापक के रूप में 27 वर्षों की प्रेरणादायक यात्रा*

कर्नूल, 23 जून 2025: कर्नूल की मिट्टी से निकलकर अंतरराष्ट्रीय तकनीकी जगत में पहचान बनाने वाले कल्याण चगल्लू रेड्डी आज टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम बन चुके हैं। 9 फरवरी 1974 को कर्नूल, आंध्र प्रदेश में जन्मे कल्याण रेड्डी ने भारत और अमेरिका के बीच तकनीकी सहयोग का एक मजबूत सेतु निर्मित किया है। वे मैक्सिल टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस इंक. (Maxil Technology Solutions Inc.) के सह-संस्थापक हैं और पिछले 27 वर्षों से इस कंपनी को वैश्विक तकनीकी मंच पर अग्रणी बना रहे हैं।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

कल्याण रेड्डी की शुरुआती शिक्षा कर्नूल के प्रतिष्ठित जी. पुल्ला रेड्डी इंजीनियरिंग कॉलेज में हुई, जहां उन्होंने कंप्यूटर साइंस में रुचि विकसित की। उनकी प्रतिभा और तकनीकी लगन ने उन्हें अमेरिका तक पहुंचाया, जहां उन्होंने टेक्सास ए एंड एम यूनिवर्सिटी (Texas A\&M University) से 1998 में कंप्यूटर साइंस में डिग्री प्राप्त की।

टेक्सास ए एंड एम में उनकी मुलाकात राज नागेश कोसराजू से हुई, जो आगे चलकर उनके जीवन के अभिन्न मित्र और व्यवसायिक भागीदार भी बने। दोनों ने न केवल अकादमिक सफर साझा किया, बल्कि अमेरिका में तकनीकी क्रांति में भागीदारी करने का सपना भी एक साथ देखा।

मैक्सिल टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस इंक. की शुरुआत

1998 के बाद कल्याण रेड्डी और राज नागेश कोसराजू ने मिलकर अमेरिका में Maxil Technology Solutions Inc. की नींव रखी। कंपनी की स्थापना का उद्देश्य था – सूचना प्रौद्योगिकी (IT) और सॉफ्टवेयर समाधान के क्षेत्र में नवीनतम सेवाएं प्रदान करना। आज मैक्सिल एक प्रतिष्ठित आईटी सेवा प्रदाता कंपनी बन चुकी है, जो अमेरिका सहित कई देशों में अपने क्लाइंट्स को तकनीकी समाधान मुहैया कराती है।

कंपनी का फोकस एंटरप्राइज़ सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, आईटी कंसल्टिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग, डाटा एनालिटिक्स और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर रहा है। शुरुआत में छोटे स्तर से शुरू हुई यह कंपनी आज अनेक मल्टीनेशनल क्लाइंट्स के साथ कार्य कर रही है और अपने उद्योग में गुणवत्ता व विश्वसनीयता का प्रतीक बन चुकी है।

पारिवारिक जीवन

कल्याण रेड्डी की पत्नी का नाम ज्योति है और दोनों की एक बेटी है। पारिवारिक मूल्यों और तकनीकी उत्कृष्टता का संतुलन बनाते हुए उन्होंने अपने निजी और पेशेवर जीवन को बखूबी संभाला है। वर्तमान में वे इंडियन-अमेरिकन नागरिक हैं और ग्रीन कार्ड धारक हैं, लेकिन आज भी अपने भारतीय मूल को गर्व से अपनाते हैं।

तकनीकी दुनिया में योगदान

कल्याण रेड्डी का योगदान केवल एक सफल व्यवसायी तक सीमित नहीं है। वे आने वाले तकनीकी टैलेंट को प्रशिक्षित करने और भारत से प्रतिभाओं को वैश्विक मंच पर लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। टेक्नोलॉजी में उनका विजन और नवाचार के प्रति समर्पण, युवा उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है।

निष्कर्ष

कल्याण चगल्लू रेड्डी की कहानी एक मध्यमवर्गीय भारतीय छात्र से एक वैश्विक तकनीकी उद्यमी बनने की प्रेरणादायक यात्रा है। कर्नूल से टेक्सास और वहां से पूरी दुनिया तक, उनकी सफलता यह प्रमाणित करती है कि अगर संकल्प और मेहनत साथ हो, तो सीमाएं केवल भूगोल की होती हैं।

उनकी कंपनी मैक्सिल टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस इंक. आज केवल एक व्यवसायिक इकाई नहीं, बल्कि एक दृष्टिकोण है – तकनीक के माध्यम से दुनिया को जोड़ने और सशक्त करने का। भारत को उनके जैसे टेक्नोक्रेट्स पर गर्व है।

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