समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सम्भल में हुईं पथराव की घटना के वक्त हमारे समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान सम्भल में मौजूद नहीं थे। उसके बावजूद सांसद का नाम एफआईआर में दर्ज कर दिया गया।
अखिलेश यादव ने कहा कि 23 नवम्बर को पुलिस और प्रशासन के लोग सर्वे के लिए जामा मस्जिद पहुंचे, उन्होंने कहा अगली सुबह 24 नवम्बर को दूसरा सर्वे किया जाएगा। इसका विरोध करते हुए लोगों ने पथराव किया और जवाबी फायरिंग में पुलिस प्रशासन ने फायर झोंक दिया। गोलियां चलायीं गयी, पांच लोगों की मौत हो गई। सम्भल का माहौल खराब करने के लिए पुलिस और प्रशासन के लोगों के साथ याचिका दायर करने वाले लोग भी जिम्मेदार हैं।
अखिलेश ने कहा कि घटना में लिप्त पुलिसकर्मियों को चिन्हित कर उन्हें निलम्बित किया जाये। उनके विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज किया जाये। भविष्य में इस तरह की घटना ना हो, कोई भी संविधान के विरुद्ध ऐसी गैरकानूनी घटना को अंजाम नहीं दे, इसके लिए उचित कार्यवाही की मांग करते है।