गौतमबुद्ध नगर में विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत किसानों की मंगलवार को गिरफ्तारी के बाद आंदोलन और तेज होता दिख रहा है। पूर्व घोषित महापंचायत में शामिल होने बुधवार को गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा के लिए निकले भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को पुलिस ने अलीगढ़ जिले के टप्पल में ही रोक लिया गया। पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया है। किसान आंदोलन के मद्देनजर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं।
राकेश टिकैत ने मीडियाकर्मियों से कहा कि आज शाम तक सरकार ने यदि कोई हल नहीं निकाला तो यह आंदोलन और तेज होगा। किसान आरपार की लड़ाई लड़ेगा। इसी बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें राकेश टिकैत भागते हुए दिख रहे हैं और उनके पीछे-पीछे पुलिस दौड़ती हुई दिख रही है। इस संबंध में पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि टप्पल में हिरासत में लिए जाने के बाद राकेश टिकैत चकमा देकर भाग गए थे, लेकिन उनको फिर हिरासत में ले लिया गया है।
नोएडा ग्रेटर-नोएडा एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण से संबंधित किसानों की मांगों को लेकर पिछले कई दिन से किसान आंदोलन कर रहे हैं। इस बीच कई दौर की वार्ता भी अधिकारियों के साथ किसान संगठनों की हो चुकी है, जो बेनतीजा साबित हुई है। किसानों ने सोमवार को बड़ी संख्या में दिल्ली की ओर बढ़ने का प्रयास किया था लेकिन उन्हें रास्ते में ही रोक लिया गया था। इसके बाद अधिकारियों और किसान संगठनों में वार्ता हुई, जिसमें किसानों ने प्रशासन को 7 दिन का समय दिया था। किसान संगठनों का कहना था कि यदि 7 दिन के अंदर कोई समाधान नहीं निकला तो किसान एक बार फिर दिल्ली कूच करेंगे। इसके एक दिन बाद मंगलवार को पुलिस ने ग्रेटर नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर आंदोलनरत सैकड़ों किसानों को गिरफ्तार कर लुकसर जेल भेज दिया। इसके बाद से किसान और आक्रोशित हो गए हैं।
किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार शाम को मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली में बैठक हुई। इस बैठक में बुधवार को नोएडा में किसानों की महापंचायत आयोजित करने का ऐलान किया था। इसमें कई जिले के किसान आज सुबह रवाना हुए लेकिन पुलिस ने ज्यादातर को बीच में ही रोक लिया। इसी कड़ी में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत भी प्रदर्शन स्थल के लिए सैकड़ों किसानों के साथ निकले थे, लेकिन टप्पल पुलिस ने उन्हें रोक हिरासत में ले लिया।