किसान की हालत चिंताजनक, चप्पे-चप्पे पर पुलिस प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट
Savita Nirwan
भास्कर समाचार सेवा
किसान जगवीर सिंह द्वारा तहसील परिसर में पैट्रोल छिड़क आग लगाने का मामला
राज्यमंत्री दिनेश खटीक ग्रामीणों दे रहे दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन, मौके पर पहुंचे मवाना। मेरठ के मवाना तहसील क्षेत्र अंतर्गत गांव अलीपुर मोरना के किसान जगवीर सिंह ने शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय के बाहर पैट्रोल छिड़क खुद को आग लगाकर आत्मदाह की कोशिश की थी जिसमें किसान 70 फीसदी जल गया था। एसडीएम अखिलेश यादव एवं सीओ सौरभ सिंह ने अपनी सरकारी गाड़ी में डाल मेरठ के नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। घटना से ग्रामीणों में आक्रोश पनप गया है। वहीं गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। दरअसल मेरठ से सटे हस्तिनापुर क्षेत्र के अलीपुर मोरना गांव में वन विभाग द्वारा भूमि खाली करने से नाराज किस जगवीर सिंह ने शुक्रवार को तहसील प्रांगण में अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया था। जिसमें वह 70 प्रतिशत जल चुका था। किसान की आत्महत्या की खबर से शासन प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया था। किसान को मेरठ के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है जहां पर उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।
इस बात से गांव में आक्रोश है सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण तहसील पहुंचकर घेराव कर न्याय मांग रहे थे, जिसकी सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को लगी। सूचना मिलते ही एसडीएम अखिलेश यादव, हस्तिनापुर थाना प्रभारी विजय बहादुर गांव में पहुंचे और ग्रामीणों से इस विषय पर बातचीत करते हुए मदद का आश्वासन दिया। वहीं गांव में तनाव की स्थिति देखते हुए भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया है। बताया जा रहा है कि किसान की हालत काफी नाजुक बनी हुई है। दोपहर बाद मंत्री दिनेश खटीक भी अलीपुर मोरना पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत की। एसडीएम अखिलेश यादव ने ग्रामीणों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। साथ कहा कि इस मामले में निष्पक्षता से पूरी जांच कराई जा रही है। वहीं सैकड़ों ग्रामीण तहसील जाने की जिद पर अड़े हुए थे। एसडीएम अखिलेश यादव और थाना प्रभारी विजय बहादुर ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, किसान जगवीर के आत्मदाह के प्रयास के मामले में डीएम दीपक मीणा ने जांच बैठा दी है। जिसमें एडीएम प्रशासन अमित कुमार और एसपी देहात कमलेश बहादुर जांच करेंगे। गठित टीम से डीएम ने 48 घंटे में रिपोर्ट मांगी है।
डीएम ने कहा कि अगर कोई दोषी मिला तो सख्त एक्शन होगा। उन्होंने कहा कि पहली प्राथमिकता पीड़ित के बेहतर इलाज की है। डीएम ने कहा कि वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत थी, जिससे अतिक्रमण हटाया गया था। शुक्रवार को किसान जगबीर सिंह जमीन की दोबारा से पैमाइश की एप्लीकेशन लेकर पहुंचे थे, लेकिन जांच और कार्रवाई से पहले ही आत्मदाह कर लिया। जांच में किसी की लापरवाही मिली तो सख्त एक्शन होगा। सीएचसी के चिकित्सक डॉक्टर अनिल शर्मा ने बताया कि किसान 70 फीसदी जल गया है। वहीं ग्रामीणों ने वन विभाग पर किसान की फसल को जबरन जोतने का आरोप लगाया गया है। अलीपुर मोरना गांव में किसान जगबीर के घर पर गांव के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र के सैकड़ो लोग पहुंच चुके हैं, जो लगातार वन विभाग और इस मामले में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग उठाई हैं। उनका कहना है कि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा लगातार किसानों का शोषण किया जा रहा है। इस अवसर पर राज्य मंत्री दिनेश खटीक भी पहुंचकर परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। एडीएम प्रशासन अमित कुमार, एसडीएम अखिलेश यादव,एसपी देहात कमलेश बहादुर, सीओ सौरभ साहित आसपास के कहीं थानों की पुलिस फोर्स मौके पर अलर्ट मोड़ पर है। शासन प्रशासन के अधिकारी लगातार ग्रामीण और परिजनों को समझाते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दे रहे हैं लेकिन ग्रामीण लगातार इस मामले के दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। राज्य मंत्री दिनेश खटीक में कहा कि इस मामले में जगबीर की हर संभव मदद की जा रही है, अगर वन विभाग के अधिकारी दोषी है तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख नितिन पोसवाल ने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा लगातार क्षेत्र के किसानों का शोषण किया जा रहा है जिनके खिलाफ कोई अधिकारी कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि किसान जगबीर को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा। फिलहाल सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए सैकड़ो पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए हैं। साथ ही साथ इस घटना से अलीपुर मोरना के साथ-साथ गुर्जर समाज के लोगों में भी भारी आक्रोश है। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि जगबीर मेरठ के न्यूटिमा हॉस्पिटल में भर्ती है जहां पर उसकी हालत अभी चिंताजनक बनी हुई है। राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने न्यूटिमा हॉस्पिटल के डॉक्टर संदीप गर्ग से फोन कर जगबीर का हाल जाना। जहां पर डॉक्टर संदीप गर्ग में स्थिति नाजुक होने की बात कही है। किसान परिवार दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जिद पर अड़े हैं।