अपनी मांगों को लेकर किसानों का आंदोलन शुक्रवार को भी जारी रहा। दिल्ली कूच करने के लिए आज बड़ी संख्या में महिलाएं व किसान परी चौक पर पहुंचे लेकिन वहां पर तैनात पुलिस बल ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस दौरान महिलाओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई। किसानों ने पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
आज सुबह से ही संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सोशल मीडिया पर आंदोलन जारी रखने का आह्वान कर रहे हैं। वे लोग जीरो प्वाइंट पर पहुंचकर दिल्ली कूच करने का आह्वान कर रहे थे। इसके चलते यमुना एक्सप्रेस-वे के जीरो प्वाइंट पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। वहां पर किसी को जाने नहीं दिया गया। दोपहर को किसान नेता सुखबीर खलीफा के नेतृत्व में महिलाओं के साथ किसान नारेबाजी करते हुए परी चौक पर पहुंचे। एडीपीसी अशोक कुमार भारी पुलिस बल के साथ पहले से ही परी चौक पर तैनात थे। पुलिस, पीएसी और आरपीएफ के जवानों ने किसानों और महिलाओं को घेर लिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। आंदोलनरत किसानों ने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर विचार करने के बजाए उनके आंदोलन को दबाने का काम कर रही है। किसान आंदोलन को कुचलने का काम किया जा रहा है। जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा।
इस दौरान पुलिस ने महिला सिपाहियों की मदद से महिला समेत 100 से अधिक किसानों को हिरासत में लेकर जेल पहुंचाया गया। हालांकि जेल पहुंचने के बाद पुलिस ने महिला किसानों को छोड़ दिया, लेकिन उनके साथ आए 42 पुरुष किसानों को जेल में दाखिल किया गया है। जहां सभी किसानों को सामान्य बैरक में रखा गया है। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना रहा कि बिना अनुमति के धरना करने के लिए जीरो प्वाइंट से दलित प्रेरणा स्थल नोएडा की ओर निकले किसानों को गिरफ्तार किया गया है।
गाैरतलब है कि गौतमबुद्ध नगर में भूमि अधिग्रहण समेत कई मुद्दों को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान 10 प्रतिशत आबादी भूखंड, बढ़ा हुआ 64.7 प्रतिशत मुआवजे और नए भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करने की मांग कर रहे हैं।