दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । थरियांव थाना क्षेत्र के आंबापुर के करीब एक किराए के मकान में रह रहे बिजनौर निवासी व्यापारियों ने पुलिस को ढाई लाख रुपये की लूट की सूचना दी तो हड़कम्प मच गया। व्यापारियों ने पुलिस को बताया कि बदमाश दो तीन चार पहिया वाहन से आये थे जिसमे कुछ खाकी वर्दी भी पहने थे लेकिन लोगों के विरोध की वजह से लूट के दौरान एक वाहन छोड़कर भाग निकले। रात लगभग साढ़े तीन बजे पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, जहां से एक स्विफ्ट गाड़ी बरामद कर जांच शुरू की तो मामला कुछ और निकला।
बिना क्षेत्रीय पुलिस को जानकारी दिए ये कैसी दबिश
बता दें कि बिजनौर जनपद के गौसपुर सादात निवासी अकबर, वसीम, शाहिद फ़तेहपुर के थरियांव क्षेत्र में रहकर गल्ला खरीद व बिक्री का कारोबार करते हैं। अकबर के अनुसार बुधवार भोर पहर लगभग तीन बजे आम्बापुर में उनके किराए के मकान में आये और उसे उठाकर ले जाने लगे। अकबर के अनुसार उसके पास लगभग ढाई लाख रुपये थे जिसे अज्ञात लोगों ने लूट लिया साथ मे तीन मोबाइल भी ले गए। अकबर ने बताया कि सभी लोगों के जग जाने और विरोध करने पर एक वाहन छोड़कर आरोपी भाग निकले। पुलिस को लूट की घटना की जानकारी हुई तो हाथ पांव फूल गए।
आरोपों की जांच में पुलिस की कार्रवाई थमी
मौके पर छूटे वाहन से पुलिस ने पड़ताल प्रारम्भ किया तो पता चला कि लखनऊ की पुलिस ने उक्त स्थान पर छापा मारा था मगर कुछ मिला नहीं और लोगों के विरोध पर पुलिस को वाहन छोड़कर भागना पड़ा। इस बाबत अपर पुलिस अधीक्षक विजयशंकर मिश्र ने बताया कि लूट की घटना असत्य है लखनऊ की हसनगंज पुलिस व एसओजी ने मुखबिर की सूचना पर थरियांव थाना क्षेत्र के उक्त स्थान पर कुछ संदिग्धों को पकड़ने के लिए छापा मारा था लेकिन जिन्हें पकड़ना था वह मौके में नही मिले। जो वाहन मौके में मिला है उसकी शिनाख्त हो गई है वह लखनऊ की एसओजी से सम्बंधित था। व्यापारी लूट का झूठा आरोप लगा रहे हैं। फिर भी पूरे मामले की जांच की जा रही है।