फतेहपुर: बचने के लिए सभी पैंतरे आजमा रहा एआरटीओ !

  • परिवहन आयुक्त ने शुरू की जांच, हो सकती है बड़ी कार्रवाई !

फतेहपुर । यूपी में योगी सरकार भले ही भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है मगर फतेहपुर में इसका कोई असर नहीं है ! यहां के लिए एक कहावत मशहूर है कि “पहले इस जनपद में अधिकारी आना नहीं चाहता, आ गया तो जाना नहीं चाहता” ! खनिज और प्रापर्टी के कारोबार से जुड़े इस जनपद में भ्रष्टाचार, शिष्टाचार बन गया है ! यहां काम करने के नाम पर रिश्वत लेना कुछ अधिकारी अपना अधिकार समझने लगे हैं ! सख्त नेतृत्व की कमी की वजह से विभागों में खुलेआम भ्रष्टाचार हो रहा है और इसमें कोई लगाम नहीं है ! रविवार को फतेहपुर जनपद के एआरटीओ प्रेम सिंह की वसूली का वीडियो सामने आया था जिसमें वह ओवरलोड वाहनों को जिले से पास कराने के नाम पर वसूली करते हुए कैमरे में कैद हुए थे जिसके बाद से पूरे जिले में हड़कंप मचा हुआ है !

जनपद के एआरटीओ प्रवर्तन प्रेम सिंह की वसूली का वीडियो वायरल होने के बाद एक तरफ पूरे जिले में हड़कंप मचा है वहीं दूसरी ओर वसूली करने वाले लोकेशन बाज भूमिगत हो गए हैं। प्रेम सिंह की वसूली का वीडियो सामने आने के बाद ओवरलोड वाहनों से एंट्री कराने के अक्सर लगने वाले आरोपों की पुष्टि होती नज़र आ रही है हालांकि वीडियो सामने आने के बाद अवैध एंट्री करने वाले अन्य खनिज व थानो से संबंधित जिम्मेदार चौकन्ना हो गए हैं !

फिलहाल कार्रवाई से बचने के लिए वसूली से शातिरों ने दूरी बना ली गई है ! वहीं भ्रष्टाचार के बड़े मामले से बचने के लिए एआरटीओ प्रेम सिंह ने भी लखनऊ की परिक्रमा शुरू कर दी है ! बताते हैं प्रेम सिंह ने परिवहन आयुक्त को अपनी बचत के लिए एक स्पष्टीकरण भी दिया है जिसमें बताया कि वह एक सीज गाड़ी का जुर्माना जमा कर रहे थे उसी रकम को लेते हुए वीडियो बनाकर उन्हें बदनाम किया गया है !

हालांकि एआरटीओ प्रेम सिंह ने परिवहन आयुक्त को ये नहीं बताया कि वह 5 हजार रुपए प्रति वाहन बीस गाड़ियों का रुपया किसलिए ले रहे हैं और पांच सौ रुपए प्रति वाहन कौन सा रेट कम करने की ट्रांसपोर्टर गुहार लगा रहा है जो वीडियो में स्पष्ट नज़र आ रहा है ! इस गंभीर मामले में जिला प्रशासन ने भी चुप्पी साध रखी है जबकि ओवरलोड की वसूली के इस खेल में कई गर्दन फंसती हुई नज़र आ रही हैं। इस पूरे मामले में एडीएम अविनाश त्रिपाठी का कहना है कि मामले को परिवहन आयुक्त ने संज्ञान में लिया है जिला प्रशासन भी अपनी ओर से नियमानुसार कार्रवाई कर रहा है !

क्या था पूरा मामला –

आपको बता दें कि फतेहपुर जनपद में ओवरलोड परिवहन उगाही का जरिया बन गया है। एआरटीओ, खनिज अधिकारी और खनिज परिवहन में पड़ने वाले थानो में वसूली के आरोप आए दिन लगते रहे हैं। इन आरोपों को जिले के उच्च अधिकारियों ने कभी गंभीरता से नहीं लिया। फतेहपुर के एआरटीओ प्रेम सिंह की उगाही का वीडियो सामने आने के बाद पूरे महकमे में हड़कंप मचा है। वायरल वीडियो में एआरटीओ प्रेम सिंह प्रति वाहन पांच हजार लेने की बात कर रहे हैं।

ट्रांसपोर्टर उनसे 500 कम करने की गुहार लगा रहा है लेकिन कम करने के लिए उन्होंने स्पष्ट मना कर दिया ! वीडियो को मुंशीगंज अमेठी के एक भाजपा कार्यकर्ता संदीप दुबे ने बनाया है। उन्होंने बताया कि अमेठी के दर्जनों ट्रांसपोर्टर फतेहपुर के एआरटीओ की वसूली से परेशान थे। इसलिए उन्होंने स्वयं जाकर वाहनों के निकलने की बात की और पहले उनको 21 फरवरी को 50 हजार पेशगी और 20 गाड़ियों की एक लिस्ट दी, जिसके बाद अगली रकम 25 फरवरी को दी।

उन्होंने बताया कि 5 हजार प्रति वाहन फतेहपुर में एआरटीओ को एंट्री देनी पड़ती है ! वसूली का वीडियो सामने आने के बाद ओवरलोड संचालन के नाम पर हो रही बड़े पैमाने पर उगाही का खुलासा हो गया है। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच चल रही है। संभव है इस वसूली में कई बड़े चेहरे बेनकाब होंगे और कई अधिकारियों तक इसकी आंच पहुंचेगी !

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