दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । जनपद के रजबहो और माइनरों की सिल्ट सफाई में विभागीय अफसरों से सांठगांठ कर ठेकेदारो ने बड़ा खेल कर दिया इस बात की जानकारी होने के बाद भी कार्रवाई करने के बजाय विभागीय अफसर उस पर पर्दा डाल रहे हैं। पूरे मामले पर अभी भी लीपापोती जारी है।
आपको बता दें कि निचली गंग नहर प्रखंड के अंतर्गत आने वाले 41 किलोमीटर लंबे सुजानपुर रजबहे व कठौता माइनर की सिल्ट सफाई में भारी खेल हुआ है जिसमे कठौता माइनर में तो सफाई किये बिना ही कार्य पूरा होना बता दिया गया था। अफसर भी अपनी बातों में ही उलझ गए हैं। पहले अधिशासी अभियंता जेपी वर्मा ने बताया था कि सुजानपुर और कठौता माईनर की सिल्ट सफाई में भ्रष्टाचार प्रकाश में आया है।
फतेहपुर कार्रवाई के बजाय कमाऊपूत अधीनस्थों को बचाने में लगे अफसर
इस पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्वयं माना था कि उपखंड अधिकारी अतुल कुमार की लापरवाही है। लेकिन अभी तक लापरवाही व भ्रष्टाचार पर कार्रवाई करने के बजाय जेपी वर्मा मामले पर पर्दा डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुजानपुर रजबहे में सफाई ठीक से करा दी गई है कठौता माइनर में भी बाद में सफाई का कार्य कराया गया है। पूछने पर कि भ्रष्टाचार पर क्या कार्रवाई हुई तो उन्होंने बताया कि ठेकेदार के पेमेंट में कटौती की जाएगी। जबकि एसडीओ अतुल कुमार पर कार्रवाई के नाम पर अधिशासी अभियंता बचते नजर आए।
आपको बता दें कि माइनरों व रजबहों में सिल्ट की सफाई के नाम पर कार्यदाई संस्था के ठेकेदारो ने महज़ खानापूर्ति की है। सुजानपुर रजबहे और कठौता माईनर में किनारे से थोड़ी सफाई कर पानी आने का इंतजार ठेकेदार कर रहे थे जिसमें उनका भ्रष्टाचार बह जाए। हुआ भी वही जिले की माइनरों में पानी छूटने के बाद विभाग के अधिकारियों व ठेकेदारों का भ्रष्टाचार बह गया। योगी सरकार में जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले अफसरों को सिचाईं विभाग का यह भ्रष्टाचार नज़र नहीं आया।