दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । धर्मांतरण के सरगना लाल बन्धुओ के खिलाफ सदर कोतवाली में कुछ माह पूर्व ताबड़तोड़ एफआईआर दर्ज हुई थी लेकिन पुलिस उनकी गिरफ्तारी नहीं कर पाई। बताते हैं शुआट्स के कुलपति आर बी लाल की नामजदगी के बाद पुलिस ने उसको गिरफ्तार करने की कोई खास कोशिश नहीं की। जबकि पुलिस अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजती रही। पुलिस का तर्क है कि शुआट्स के कुलपति ने कोर्ट से गिरफ्तारी में रोक का स्टे ले रखा है। जबकि बताते हैं कि लाल बन्धुओ को सदर कोतवाली पुलिस ने पर्याप्त समय दिया जिससे वह मामलो में कोर्ट में जाकर स्टे ला सके।
लाल बंधुओ को गिरफ्तारी में नाकाम रही है फ़तेहपुर पुलिस
लाल बन्धुओ की सिस्टम में मजबूत पकड़ के बावजूद उनकी मुश्किले लगातार बढ़ती नज़र आ रही हैं। प्रयागराज के घूरपुर थाने में लाल बन्धुओ के खिलाफ एक मुस्लिम महिला ने धर्मांतरण का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर में शुआट्स के कुलपति आर बी लाल, डॉ विनोद बी लाल, रिजवान की नामजदगी हुई है। बता दें कि जनपद प्रयागराज के थाना चुनार की ग्राम टेकउर निवासी बेबी मसीह ने थाना घूरपुर में 4 सितम्बर को शिकायती पत्र देकर बताया कि 2011 में दो धर्मगुरु राजकरन व डॉ आर बी लाल उसके घर आये और उसके पति व उसको विद्यालय में नौकरी देने की बात कही फिर यीशु दरबार मे लाकर धर्मांतरण करा दिया। तबसे प्रार्थिनी वहीं नौकरी कर रही है। 2020 में पति की मृत्यु डॉ आर बी लाल व विनोद बी लाल की लापरवाही व अधिक मेहनत करवाने की वजह से हो गई।
अधिकतर मामलों में कोर्ट से स्थगन या गिरफ्तारी पर रोक का आदेश ले आते हैं लाल बन्धु
प्रार्थिनी पर अन्य लोगो के धर्मांतरण का लगातार दबाव बनाया जा रहा है। बात न मानने पर प्रार्थिनी के साथ आर बी लाल के गुर्गे मो. रिजवान ने गलत काम करने की कोशिश की। और कहा कि डॉ की बात नहीं मानेगी तो बेटियों के साथ गलत काम कर उन्हें कोलकाता में बेच दिया जाएगा। जिसके बाद दोबारा 22 अगस्त को रिजवान तीन लोगों के साथ आया और प्रार्थिनी की पुत्रियों के साथ बदतमीजी की। अन्य लोगो के धर्मांतरण के लिए न मानने पर प्रार्थिनी व उसकी पुत्रियों को स्कूल से बाहर कर दिया और धमकी दिया कि यहां जो होता है बाहर बताओगी तो जान से हाथ धोना पड़ेगा। महिला में थाने में लिखित तहरीर देकर मामले में एफआईआर दर्ज कराई है।
जाने देश के सबसे बड़े धर्मांतरण प्रकरण के बारे में
फतेहपुर सदर कोतवाली क्षेत्र के हरिहरगंज क्षेत्र स्थित चर्च में विगत 14 अप्रैल 2022 को सामूहिक धर्मान्तरण का खेल चल रहा था जिसके बाद स्थानीय लोगो ने चर्च में धर्मांतरण की सूचना वीएचपी के कार्यकर्ताओं को दी। जिसके बाद वीएचपी और बजरंगदल के कार्यकर्ता चर्च के बाहर इकट्ठा हो गए और चर्च का घेराव कर जमकर हंगामा काटना शुरू कर दिया था। वीएचपी के हंगामे के बाद मौके पर एसडीएम, सीओ व काफी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा। वीएचपी और बजरंगदल के कार्यकर्ता चर्च के पादरी के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े गए थे जिसके बाद चर्च के भीतर मौजूद 55 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद पुलिस ने 35 नामजद व 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ धर्मांतरण कराये जाने का मुकदमा दर्ज कराया गया था।
जिसके बाद पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, वहीं 26 आरोपियों को हाई कोर्ट व जिला जज कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई थी। जिसके बाद जनवरी 2023 में धर्मांतरण के मामले में ताबड़तोड़ तीन एफआईआर दर्ज हुईं जिनमे सैकड़ो लोग नामजद हुए। धर्मांतरण के मामले में देश की सबसे बड़ी कार्रवाई फ़तेहपुर में हुई मगर धर्मांतरण के मास्टरमाइंड आरबी लाल व विनोद बी लाल को पुलिस आज तक गिरफ्तार नहीं कर पाई।
दैनिक भास्कर ने जताया था एक लाख धर्मांतरण का अंदेशा
धर्मांतरण की एफआईआर दर्ज होने के बाद दैनिक भास्कर ने सबसे पहले ग्राउंड रिपोर्टिंग कर जनपद में एक लाख धर्मांतरण का दावा किया था। दैनिक भास्कर से बात करते हुए भाजपा अल्पसंख्यक के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मो. असलम ने धर्मांतरण की पोल खोलकर प्रयागराज के शुआट्स के प्रमुख आरबी लाल का संरक्षण बताया था। उन्होंने बताया था कि जनपद के प्रत्येक ब्लॉक क्षेत्र में कई गांव के गांव हिंदुओ को बदलकर ईसाई बना दिये गए। दावा था कि जनपद में लगभग एक लाख धर्मांतरण हो चुका है लेकिन कोई खास कार्रवाई नहीं हो पाई। दावे के बाद दैनिक भास्कर ने कई खबरे प्रकाशित की जिसके बाद पुलिस की जांच में शुआट्स के कुलपति व अन्य रसूखदारों का नाम आया ।