दैनिक भास्कर ब्यूरो ,
फ़तेहपुर । शासन व प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद भी जिले में अवैध मोरंग खनन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मोरंग माफिया राजस्व व पुलिस के जिम्मेदारों की सांठगांठ कर बड़े पैमाने पर चोरी छिपे मोरंग का अवैध खनन कर शासन को प्रतिदिन लाखों रुपये राजस्व का चूना लगा रहे हैं। इसके बावजूद भी जिम्मेदार सब कुछ जानते हुए भी मामले पर चुप्पी साधे हुए मूक दर्शक बन मोरंग की लूट की खुली छूट दिए हुए हैं।
ऐसा ही एक मामला खखरेरू थाना क्षेत्र के मकसुदनपुर खरकल गांव का वायरल वीडियो में प्रकाश में आया है। जहां रात के अंधेरे में एक स्थानीय मोरंग माफिया द्वारा लम्बे अर्से से विभागीय अधिकारियों व स्थानीय पुलिस की सांठगांठ से मजदूरों व नाव के सहारे बड़े पैमाने पर मोरंग का अवैध खनन व परिवहन कर शासन को बेखौफ रूप से हर रोज लाखों रुपये के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। जिनकी गैर कानूनी करतूतों के बावत जिम्मेदार सबकुछ जानते हुए भी मौन साधे हुए हैं।
जिससे क्षेत्रीय लोग जिम्मेदारों व आरोपित मोरंग माफिया के बीच सांठगांठ होने व दाल में कुछ काला होने की आशंका जाहिर कर रहे हैं। ग्रामीण सूत्रों की माने तो बीते वर्ष भी इसी मोरंग माफिया द्वारा थाना क्षेत्र एक गांव स्थित यमुना नदी के घाट से नाव के सहारे मोरंग का अवैध खनन व परिवहन करने का ना सिर्फ वीडियो वायरल हुआ था।
बल्कि तत्कालीन एसडीएम प्रह्लाद सिंह ने राजस्व व पुलिस की संयुक्त टीम के साथ आकस्मिक छापेमारी कर रँगे हाँथ माफिया व उसके गुर्गों को पकड़ने का प्रयास किया था। लेकिन प्रशासनिक टीम की बदकिस्मती से माफिया व उसके गुर्गे घाट पर टीम को मौजूद देखकर नदी के बीचों बीच नाव से कूदकर मौके से फरार हो गये। तत्कालीन एसडीएम श्री सिंह ने खनिज अधिकारी को माफिया के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिये थे।
खनिज अधिकारी की दी गई लिखित तहरीर के आधार पर पुलिस ने माफिया के खिलाफ खनन की धाराओं में एफआईआर तो दर्ज की लेकिन एफआईआर दर्ज करने के बाद उसकी गिरफ्तारी के बजाय उससे सांठगांठ कर बचाव का रास्ता सुझाते हुए फरार होने की नेकसलाही भी दे दी थी।
तब से माफिया फरारी हालत में था। जो कि एसडीएम के जाते ही गांव लौट आया और कुछ दिन बाद ही मनबढ़ मोरंग माफिया ने पुनः मोरंग का अवैध खनन व परिवहन कार्य शुरू करवा दिया। जिसका सिलसिला आज भी बदस्तूर जारी है। इस सम्बंध में खनन अधिकारी राज रंजन ने कहा कि मामले में अवैध खनन करने वालो के खिलाफ एफआईआर पंजीकृत कराई जाएगी।
जबकि एसडीएम नन्द कुमार मौर्य ने भी टीम गठित कर मामले की जांच व दोष सिद्ध होने पर आरोपित के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने व किसी राजस्व अथवा पुलिस कर्मी की संलिप्तता पाए जाने पर उसके खिलाफ भी विभागीय कार्यवाही कराने की बात कही है।