फतेहपुर : सत्ता के दबाव पर दर्ज हो गई एफआईआर

भास्कर ब्यूरो

फतेहपुर । खागा थाना क्षेत्र के ग्राम त्रिलोचनपुर निवासी भगवत देवी पत्नी रामकृष्ण पाण्डेय ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि पीड़िता ग्राम त्रिलोचनपुर थाना खागा जिला फतेहपुर की निवासी है। पीड़िता के क्षेत्र के ब्लाक प्रमुख विजयीपुर क्षेत्र के आदित्य त्रिवेदी व उसका भाई आशीष त्रिवेदी, विनीत त्रिवेदी, आशुतोष त्रिवेदी, शिवम त्रिवेदी पुत्रगण रामबाबू त्रिवेदी व ग्राम प्रधान मनोज त्रिवेदी व इनके मित्र अजय मिश्रा पुत्र अनिल मिश्रा निवासी ग्राम त्रिलोचनपुर थाना खागा जिला फतेहपुर ने एकराय होकर दिनांक 11.004.2022 को समय करीब सुबह 8 बजे गाँव की महिला भवगत देवी पत्नी रामकृष्ण पाण्डेय।

रेनू देवी पत्नी हरिकृष्ण पाण्डेय व सुधा देवी पत्नी स्व0 शिवाकान्त पाण्डेय व शिवकली देवी पत्नी स्व0 शिवबाबू, प्रवीना देवी पत्नी स्व0 रामभरोसे संतोषी देवी पत्नी बुद्ध प्रकाश पाण्डेय, कौशल पाण्डेय पुत्र स्व0 शिवबाबू पाण्डेय सत्य पाण्डेय पुत्र रामकृष्ण पाण्डेय हरिकृष्ण पाण्डेय को रामकृष्ण पाण्डेय के घर में चुनावी रंजिश के कारण घर में चढ़कर लाठी-डण्डों से पीड़िता के ऊपर जानलेवा हमला करते हुए अपशब्द बोलकर गम्भीर चोंटें पहुँचायी हैं।

महिलाओं ने लगाया आरोप, एक पक्षीय कार्रवाई से उठे सवाल

तथा सुमित त्रिवेदी पुत्र रामबाबू ने बन्दूक से चार बार फायर भी किया और जान से मारने की कोशिश की है साथ ही पास ही में खड़ी गाड़ी टाटा मांजा यू0पी0-77के -8100 को व मकान के जंगला व दरवाजे को तोड़ डाला और आस-पास के गांव वालों के आ जाने पर पीड़िता की जान बच पायी है। पीड़ितगणों में से काफी लोगों के सिर पर चोटे आयाी है व कई महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया है। पीड़ितगण ने जब इसकी सूचना थाना पुलिस खागा में दिया तो सत्ता के दबाव में आकर वहाँ की पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं किया उल्टा पीड़ितगण के खिलाफ झूठा मुकदमा कायम करके पीड़ितगण के खिलाफ चालान कर दिया है।

उक्त घटना के क्षेत्रीय विधायिका के दबाव में गलत आधारों पर अंकित करायी गयी है तथा मेडिकल भी फर्जी बनवाया गया है इस कारण से पुनः मेडिकल कमेटी बनाकर पुनः मेडिकल कराया जाना न्यायहित में आवश्यक है जिससे कि पीड़ितगण को निष्पक्ष न्याय मिल सके।

यदि सत्तापक्ष के विधायिका के दबाव में पुनः मेडिकल व जाँच नहीं करायी गयी तो पीड़ितगण के साथ अन्याय होगा तथा पीड़ितगण की कभी भी हत्या की जा सकती है, तथा उक्त प्रार्थना पत्र की सूचना दिनांक- 12.04.2022 को पुलिस अधीक्षक फतेहपुर को दी गयी थी। जिसमें अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है और न ही रिपोर्ट लिखी गयी है। वहीं पीड़ित परिवार ने न्याय की फरियाद लगाई है।

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