फतेहपुर : अवैध खनन पर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार को घेरा

दैनिक भास्कर ब्यूरो

बहुआ, फतेहपुर । जनपद की मौरंग खदानों में धड़ल्ले से जारी अवैध खनन का मामला लखनऊ तक गूंज रहा है। फतेहपुर की कोर्रा कनक मौरंग खदान में हैवी पोकलैंड मशीनों से जलधारा में हो रहे खनन का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। शुक्रवार को वायरल वीडियो को सपा प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने ट्वीटर हैंडल से शेयर करते हुए लिखा है कि- “उप्र में अवैध खनन करने वालों पर बुलडोज़र कब चलेगा या फिर हिस्सा-बाँट की मिलीभगत का गोरखधंधा यूँ ही चलता रहेगा”।

कोर्रा में अवैध खनन पर पांच लाख का जुर्माना

बता दें कि दोआबा का क्षेत्र हमेशा से लाल सोने की लूट के लिए कुख्यात रहा है, सरकार किसी भी पार्टी की रही हो यहां खनन कराने वाले मौरंग कारोबारियों ने सत्ताधारी दल के नेताओं से लेकर अधिकारियों तक को अपने सिस्टम में सेट करके हमेशा से यहां की खदानों में नियम विरुद्ध व मनमाने ढंग से मौरंग खनन किया जा रहा है। बीते दिन कोर्रा कनक कम्पोजिट खदान का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि बड़ी बूम वाली मशीनें जलधारा से मौरंग निकाल रही है। वीडियो वायरल होने के बाद जिले की डीएम श्रुति के निर्देशन पर खनिज अधिकारी राजेश कुमार, नायब अरविंद कुमार, आरआई चन्दपाल की संयुक्त टीम खनन क्षेत्र की जांच करने गई। जांच करने गई टीम को खदान में जलधारा पर हो रहे खनन के साक्ष्य मिले हैं। नियम विरुद्ध खनन पाए जाने पर खनिज विभाग ने संचालक के ऊपर 5 लाख का जुर्माना लगाया है।

जलधारा से अवैध खनन करने के मामले में हुई कार्रवाई

गौरतलब हो कि दैनिक भास्कर हमेशा से अवैध खनन की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित करता रहा है। कुछ दिन पूर्व भास्कर में छपी खबरों को संज्ञान में लेकर जिले के खनिज अधिकारी व तत्कालीन एसडीएम अवधेश निगम ने पट्टा क्षेत्र का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान खण्ड संचालक द्वारा खनन क्षेत्र से हटकर खनन करने व जलधारा में खनन करने के साक्ष्य मिले थे। जिस पर विभाग ने कोर्रा खदान के संचालक पर 13 लाख 40 हजार का जुर्माना लगाया था। परंतु खदान में ना तो अवैध खनन बंद हुआ, ना ही ओवरलोड लोडिंग। खदान में लगे कैमरा व धर्म कांटा महज दिखावा साबित हो रहे हैं।

भले ही योगी सरकार प्रदेश में हो रहे अवैध खनन को लेकर सख्त है। प्रदेश सरकार ने खनन रोकने के लिए और खनन संबंधित शिकायत दर्ज कराने के लिए काल सेंटर स्थापित किया है। काल सेंटर में पूरे सप्ताह 24 घंटे टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। चाहे जितना अवैध खनन रोकने की कवायदों का दम भरा जा रहा हो लेकिन नतीजा सिफर है। ललौली खनन क्षेत्र की ओती, कोर्रा, खदानों के शुरू होते ही अवैध खनन, ओवरलोडिंग के वीडियो सोशल मीडिया पर तैरने शुरू हो गए हैं।

कम समय मे ज्यादा रुपये कमाने के लालच में संचालक नियम ताख पर रखे हैं। हालांकि कोटडा खदान का संचालक सुधीर त्रिपाठी 13 लाख 40 हजार का जुर्माना झेलने के बाद भी दोहरी गति से खनन में जुटा हुआ है। सूत्रों की माने तो कोर्रा खदान में अवैध खनन करना संचालक की मजबूरी बना हुआ है। नाम ना छापने के एवज में संचालक से जुड़ा एक कर्मचारी ने बताया कि खदान संचालक को लगभग 40 हेक्टेयर भूमि का खनन पट्टा हुआ था। जबकि वर्तमान समय में एक चौथाई से कम भूभाग पर खनन किया जा सकता है। शेष भाग जलमग्न है। धंधा है साहब सब करना पड़ता है। अब संचालक अवैध तरीके से खनन नहीं करेगा तो कमाएगा कैसे…?

खनिज अधिकारी राजेश कुमार ने सोशल मीडिया पर कोर्रा खदान का वायरल वीडियो संज्ञान में आया है। जिस पर खनन क्षेत्र का निरीक्षण किया गया था। जल क्षेत्र में खनन के साक्ष्य मिले हैं, खनिज नियमावली की अवहेलना करने पर पट्टेधारक पर पांच लाख का जुर्माना लगाया गया है।

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