दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । जनपद के कई इलाकों में अवैध मौरंग की डंपिंग की गई है। बिंदकी तहसील क्षेत्र में कई स्थानों में कार्रवाई से बचने के लिए अलग अलग छोटे छोटे ढेर लगाये गए हैं। मौरंग माफियाओं और ठेकेदारों ने नियमों को ताक पर रखकर अवैध तरीके से मौरंग की डंपिंग की है। अब इसे बाजार में मुंह मांगी रकम में बेचा जा रहा है। इस तरह न केवल सरकारी राजस्व को चूना लगाया जा रहा है बल्कि अवैध तरीके से मोटा मुनाफा भी कमाया जा रहा है। बरसात में तीन माह के लिए खनन कार्य बंद हो जाता है। ऐसे में यहां से मौरंग खरीदना लोगों की मजबूरी बन गई है साथ ही जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत, ग्राम प्रधान स्तर पर कई सरकारी काम चल रहे हैं। ऐसे में अवैध मोरंग की डंपिंग करने वालों की खूब चांदी हो रही है।
मोरंग का जमकर हो रहा अवैध परिवहन
जिले के कई अवैध मोरंग डंपिंग से मौरंग का परिवहन हो रहा है। यह परिवहन बिना रवन्ना (खनन शुल्क) के हो रहा है। ऐसे में खुलेआम पुलिस थानों के सामने और आगे पीछे से यह वाहन निकलते रहते हैं इसमें लगे ट्रैक्टर भी अवैध हैं क्योंकि ढुलाई में लगे अधिकतर ट्रैक्टरों का कामर्शियल पंजीकरण नहीं होता है जिनका प्रयोग अवैध मौरंग परिवहन के दौरान धड़ल्ले से होता है।
कल्यानपुर, औंग थाना क्षेत्र बना मौरंग डंपिंग का नया हब
औंग व कल्याणपुर थाना क्षेत्र में कई जगहों पर अवैध डंपिंग की गई है। चौकी चौडगरा क्षेत्र के जी.टी रोड का किनारा मौरंग माफियाओं नें डंपिंग यार्ड के रुप में बदल दिया है। दूसरी ओर खलिहान की जमीन पर मौरंग का ढेर लगाकर दुकान सजाए बैठे हैं। खतरा, बसावन खेड़ा, चौडगरा, मुरादीपुर गोपालगंज, बिन्दकी, मलवां सहित एक दर्जन से अधिक स्थानों पर अवैध मौरंग भंडारण साफ तौर पर सार्वजनिक व निजी जगहों पर देखा जा सकता है जिससे सरकारी राजस्व को भारी चूना लग रहा है। आश्चर्य यह है कि जहां भी अवैध मौरंग की डंपिंग की गई है वहीं से जिम्मेदार दिनभर फर्राटा भरते हैं मगर खुले में बिना बोर्ड के लगे भण्डारणो पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
इस बाबत खनिज अधिकारी राज रंजन ने कहा- कि भण्डारणो की जांच की जा रही है बिंदकी क्षेत्र में भ्रमण कर जांच की जाएगी जो डम्प अवैध पाए जाएंगे सीज किये जाएंगे।