दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दृढ़ प्रतिज्ञा व सख्ती से माफिया भूमिगत हैं। प्रयागराज की घटना ने जहां लोगो के मन मे भय उत्पन्न कर दिया था वहीं मुख्यमंत्री के स्पष्ट बयान “माफिया को मिट्टी में मिला देंगे”, से लोगों के मन मे कानून ब्यवस्था के प्रति विश्वास बढ़ा है। यूपी में राजनीतिक चोला ओढ़े आतंक व अपराध के पर्याय बने मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद व इरफान सोलंकी आदि पर सख्त कार्रवाई चल रही है। मगर इनकी मजबूती के पीछे इनका पूरा रैकेट काम करता है जो अगल बगल के जनपदो से इन्हें जनबल, आर्थिक बल व असलहे मुहैय्या कराता है। चाहे कानपुर दंगा रहा हो या प्रयागराज कांड, सूत्र बताते हैं कि दोनो के तार फ़तेहपुर जनपद के गैंगेस्टर व माफियाओ से जुड़े रहे हैं ! कानपुर के इरफान सोलंकी की गिरफ्तारी के बाद फ़तेहपुर के अज्जन को गिरफ्तार किया गया था। बताते हैं गैंगेस्टर अज्जन इरफान सोलंकी का जमीनों में पार्टनर रहा है।
सोशल मीडिया में वायरल हो रहीं अतीक के साथ जनपद के कई गैंगेस्टरो की फ़ोटो
हालांकि अज्जन व उसके करीबियों की अवैध संपत्तियां अरबो में आंकी जा सकती हैं लेकिन इस पर फ़तेहपुर पुलिस की नज़र अभी तक नहीं गई है। जबकि बताते हैं कि गैंगेस्टर रज़ा मोहम्मद व अज्जन के रिश्ते माफिया अतीक से भी मजबूत रहे हैं ! प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड के बाद फ़तेहपुर में अतीक के करीबी बताकर पुलिस ने खखरेरू क्षेत्र के रहमत पुर निवासी मोहम्मद अहमद व जर्रार के खिलाफ कार्रवाई की है तालाबी नम्बर में बने उसके घर को भी गिराया गया है। जर्रार और मोहम्मद अहमद व उनके मरहूम पिता अतहर सिद्दीकी की अतीक व उसके बेटों के साथ कई फ़ोटो भी सोशल मीडिया में वायरल हुई हैं जबकि गैंगेस्टर रजा मोहम्मद व अज्जन के परिवार से भी अतीक की नजदीकियां रही हैं जिसकी फ़ोटो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं। अज्जन के पारिवारिक एक शादी कार्यक्रम में भी अतीक की उपस्थिति रही है! इतने मजबूत साक्ष्य होने के बावजूद फ़तेहपुर की पुलिस ने इन गैंगेस्टरो के अतीक से रिश्तों व अवैध संपत्तियों में हिस्सेदारी की कोई जांच नही की है और न ही इन गैंगेस्टरो के खिलाफ़ ठोस कार्रवाई की है। आरोप है कि पुलिस की गोली व कार्रवाई मुंह और जेब देखकर हो रही है !
भाजपा अल्पसंख्यक के अध्यक्ष से पुलिस ने पूछताछ कर छोड़ा
बताते हैं जनपद के कुछ भाजपा नेताओं व प्रतिनिधियों के साथ भी माफियाओ ने हिस्सेदारी कर रखी है इसीलिए वह कार्रवाई के बीच मे कवच बनकर खड़े हो जाते हैं! इनमें से एक नेता भाजपा अल्पसंख्यक के अध्यक्ष अलीक उर्फ कल्लू की कई फ़ोटो गैंगेस्टरो के साथ वायरल हो रही हैं अतीक के करीबियों से कल्लू के रिश्ते जगजाहिर हैं। खखरेरू के हिस्ट्रीशीटर व अतीक के करीबियों जर्रार व मोहम्मद अहमद से कल्लू की नजदीकियां यह सवाल खड़ा कर रही हैं कि कहीं भाजपा का अल्पसंख्यक अध्यक्ष माफियाओ का शरणदाता तो नही बना है। अतीक के करीबियों को उठाकर पुलिस ने पूछताछ की है जिसमे कल्लू को भी पुलिस दिन भर कोतवाली में बैठाये रही है हालांकि बाद में एक नेता के फोन पर कल्लू को पुलिस ने जेल न भेजकर कोतवाली से ही पूछताछ कर छोड़ दिया।
बताते तो यह भी हैं कि गैंगेस्टर रज़ा मोहम्मद से भी कल्लू के करीबी रिश्ते हैं जिस पर कार्रवाई न हो उसमें भी ढाल के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब भाजपा के नेता ही माफियाओ के शरणदाता बनेंगे तो योगी की माफियाओ को मिट्टी में मिलाने की प्रतिज्ञा कैसे पूरी होगी। इस बाबत सदर कोतवाल अमित मिश्रा ने बताया कि अलीक खान को पूछताछ के लिए बुलाया गया था जिन्हें पूछताछ के बाद जाने दिया गया है। इस बाबत भाजपा के जिलाध्यक्ष आशीष मिश्र ने कहा कि वह एक बैठक में हैं उन्हें जानकारी नहीं है अगर किसी भाजपा कार्यकर्ता का जुड़ाव किसी माफिया से जांच में पाया जाएगा तो उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
गैंगस्टर हाजी रज़ा उर्फ रज़ा मोहम्मद व अज्जन के गैंग पर पुलिस मेहरबान है। जिस बिल्डर एजाज उर्फ अज्जन को कानपुर पुलिस ने इरफान सोलंकी के मामले में गैंग के साथी के रूप में जेल भेजा था उसको फतेहपुर की पुलिस को अर्से पहले गिरफ्तार करना चाहिए था क्योंकि अज्जन रज़ा गैंग का मास्टरमाइंड और इरफान व अतीक का करीबी माना जाता है! मगर फ़तेहपुर पुलिस की प्रतिबद्धता माफियाओ पर नकेल कसने की शायद नहीं है। यही वजह है कि गैंगस्टर लगने के बाद भी पुलिस ने हाजी रजा की कुछ संपत्ति ही कुर्क करके खानापूरी कर लिया।
गैंगस्टर रज़ा व अज्जन के गैंग पर पुलिस की राहत
जबकि उसके गैंग व अज्जन के पारिवारिक, रिश्तेदार ऑडी और बीएमडब्ल्यू जैसी महंगी गाड़ियों से चलते हैं फिर भी पुलिस ने किसी भी साथी की ना ही संपत्ति कुर्क की और न ही गैंग को बढ़ाया। जबकि 100 नम्बर के नाम से कुख्यात यह गैंग मुख्तार अंसारी या अतीक अहमद के गैंग से कम नहीं है जिसके शिकार जनपद में लगभग सैकड़ों लोग हो चुके हैं। सूत्र बताते हैं कि यह गैंग कानपुर के इरफान और प्रयागराज के अतीक का बेहद करीबी रहा है जब भी दोनो महानगरों में कुछ बड़ा होता है तो बड़ी संख्या में जनबल और असलहे फतेहपुर का यह गैंग ही मुहैया कराता रहा है !