दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । जिला प्रशासन की उदासीनता के चलते हजारों ग्रामीण दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। जिसके पीने से बच्चे, नौजवान, बूढ़े सभी लोग बीमार हो रहें हैं। बता दें कि मलवां ब्लाक के गोधरौली गाँव के ग्रामीणों ने मंगलवार को सात सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन महामहिम के नाम जिलाधिकारी को सौंपा है। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में खुली फैक्ट्रियों का केमिकल युक्त पानी फैक्ट्री संचालक बोरिंग के माध्यम से भूगर्भ में डाल रहे हैं जिसके चलते आस पास के गाँव का भूजल पूरी तरह से प्रदूषित हो चुका है। हैण्डपम्प और समरसिबल से प्रदूषित पानी निकल रहा है जिसके सेवन से लोग बीमार हो रहें हैं। इतना ही नहीं गाँव के जानवर भी मर रहे है।
क्षेत्र में बिना प्रदूषण की एनओसी के संचालित हो रहीं फैक्ट्री
ग्रामीणों ने कई बार इसके खिलाफ आवाज उठाई लेकिन इस समस्या से निजात नहीं मिली। जिसके कारण ग्रामीण प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा कि फैक्ट्रियों के कचरा, दूषित जल के निस्तारण हेतु वाटर ट्रीट मेन्ट प्लांट, सीवरेज प्लांट लगाया जाए। मानक विहीन चल रही फैक्ट्रियों को बंद करवाया जाए। भूगर्भ में दूषित पानी डालने वाले फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच कराकर उनका इलाज करवाया जाए।
संचालको के खिलाफ ग्रामीणों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन
गाँव मे फैला केमिकल युक्त कचरे को तत्काल हटवाया जाए। इसके अलावा ग्रामीणों के लिए तत्काल साफ स्वच्छ पीने के पानी की व्यवस्था की जाए। ग्रामीणों ने कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गई तो वह लोग आमरण अनशन करेंगे। इस मौके पर संतोष द्विवेदी उदय, अनूप कुमार, हरिमोहन, इंद्रवीर सिंह, निशांत सिंह, भोले सिंह, पुत्तन सिंह, शैलेन्द्र सिंह, संजय सिंह समेत कई ग्रामीण मौजूद रहे।