दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । सरकार लोगो के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पानी की तरह पैसा बहा रही है। मगर स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही से गांवो में बने स्वास्थ्य केंद्रों में इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रो में गांव गांव स्वास्थ्य सुविधा पहुचाने के वास्ते उप स्वास्थ्य केंद्र तो खोले गए हैं लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों के समय से न पहुँचने पर लोगो को स्वास्थ्य सुविधाओं का पूरी तरह लाभ नही मिल पा रहा है।ऐसे में लोगो को इलाज के लिए प्राइवेट अस्पतालों में भटकना पड़ रहा है। बता दें कि अमौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले बुढ़वा, देवरी, लहरुसराय, टकौली, धमना, रूरा, मकरन्दपुर, औंरा, अवाजीपुर, मवई, दपसौरा, बिजौली, लगभग 21 उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एएनएम एवं सीएचओ की मनमानी के चलते आये दिन ताला लटका रहता है जिसके कारण लोगो को स्वास्थ्य सुविधाएं नही मिल पा रही है।
अधीक्षक की तर्ज पर काम कर रहे सीएचओ
दैनिक भास्कर टीम की पड़ताल पर स्वास्थ्य उपकेंद्र आजमपुर गढ़वा, मकरन्दपुर, औंरा निस्फी में दोपहर तक इन उप केन्द्रो में ताला लटकता रहा। जबकि कौंह, बिजौली स्वास्थ्य उपकेंद्र में सीएचओ एएनएम तो नदारद रहे परंतु उपस्वास्थ्य केंद्र समय से खुला मिला। ग्रामीणों का कहना है कि उप स्वास्थ्य केन्द्रो में अधिकतर ताला लगा रहता है जिससे गरीब बीमार लोग दवाई लेने के लिए जाते हैं और ताला देखकर मायूस होकर लौट जाते है। लगभग सभी उप स्वास्थ्य केन्द्रो के सीएचओ, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अधीक्षक के रहमोकरम पर अपनी मनमर्जी ड्यूटी कर हमेशा नदारद रहते है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस बाबत अमौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक पुष्कर कटियार ने बताया कि उपस्वास्थ्य केन्द्रो के खुलने का समय 10 से 4 बजे तक है।सीएचओ हमेशा फील्ड में ही रहते हैं। इस बाबत उप मुख्य चिकित्साधिकारी इश्तेयाक अहमद ने कहा कि सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों में टीम गठित कर जल्द ही जाँच कर करवाई की जायेगी।