फतेहपुर। कस्बा औंग से भगवान राम की बारात बड़े धूमधाम से बैंड बाजा तथा रोड लाइट के साथ ग्राम गोधरौली के जनकपुर गई जहां पर सनातन धर्म के रिवाजों के साथ विवाह संपन्न हुआ। बुजुर्गों के अनुसार यह परम्परा लगभग सौ वर्ष पुरानी है जो आज भी चल रही है। इस परम्परा में एक दिन पूर्व सीता स्वयंबर की प्रस्तुति रामलीला के मंच से होती है।
यह कार्यक्रम गोधरौली के जनकपुर स्थित किशोरीजी के मन्दिर ठाकुरद्वारा अयोध्या स्थित रामजन्म भूमि व जानकी मन्दिर, चित्रकूट स्थित जानकी महल तथा दुर्गागंज स्थित पक्का तालाब जिसे सरयू तालाब के नाम से जाना जाता है इससे जोड़कर आस्था की दृष्टि से देखा जाय तो त्रेता युग के दर्शन हो जाते हैं।
गोधरौली के महन्त ने बारात का किया स्वागत
बारात ले जाने वाली कमेटी मनोज गुप्ता, राहुल गुप्ता, धीरेन्द्र उर्फ बल्लू पटेल, पुष्पेन्द्र पटेल , गुड्डू शिवहरे , शीलू गुप्ता, रौनक गुप्ता, योगेन्द्र पटेल आदि बारात लेकर गोधरौली स्थित जनकपुर ठाकुर नृत्य रसिक साकेत बिहारीलालजी विराजमान मन्दिर पहुंचे जहां पर सर्वराकर सीताकान्त शरण शिष्य अवध कुमार शरण ने बारात की अगवानी का शिष्टाचार से स्वागत किया जहां पर विवाह संस्कार संपन्न हुआ।
सरयू तालाब में नहीं होगा मौर्य मण्डप विसर्जन
हाईवे स्थित दुर्गागंज में स्थित सरयू तालाब की खराब दशा तथा गन्दे और बदबूदार पानी के कारण यहां पर होने वाला मौर्य मण्डप विसर्जन कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है, ज्ञात हो कि इस तालाब को अयोध्या में सरयू नदी का दर्जा देकर इसे सरयू तालाब का नाम दिया गया था। यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो ये तालाब इतिहास बनकर रह जायेगा।