फतेहपुर । अमौली विकास खण्ड के चांदपुर गांव में भ्रष्टाचार चरम पर है विकास कार्यो में बंदरबांट के आए दिन नए मामले सामने आ रहे हैं। जहाँ ग्राम प्रधान और सचिव की सांठ गांठ से हैण्डपम्प मरम्मती करण और रिबोर के नाम पर लाखों का भुगतान करा लिया गया जबकि धरातल में विकास कार्यो से गांव कोसो दूर है। चाहे स्वच्छता अभियान को लेकर गांव की गलियां हो या फिर हैण्डपम्प के मरम्मतीकरण व रिबोर का कार्य।
सभी कार्य को कागजों में बेहतर दिखाकर धन का बंदरबाट किया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि लाखों रूपये निकलने के बाद भी कई ऐसे हैण्डपम्प है जो बेकार पड़े हुए हैं जबकि मरम्मत व रिबोर के नाम पर प्रति वर्ष भारी भ्रष्टाचार हुआ है। रिबोर के नाम पर ठीक हैण्डपम्प को ही बोरिंग दर्शाकर धनराशि निकाल ली गई है। ग्रामीणों ने बताया कि सप्लाई लाइन से पूरे गांव को पानी की पूर्ति हो रही है कभी अगर बिजली नही आती है तो पानी न मिलने से हैण्डपम्प का सहारा लेना पड़ता है जो अधिकतर ध्वस्त पड़े हैं फिर भी लाखों रुपए रिबोर व मरम्मत के नाम पर निकाले गए हैं। इस बावत ग्राम पंचायत नीरज सोनकर ने बताया कि जल्द ही समस्या का निस्तारण कराया जायेगा।