फतेहपुर : माफिया अतीक के करीबी मो. अहमद के मकान पर गरजा बुल्डोजर

दैनिक भास्कर ब्यूरो

खखरेरू/फतेहपुर । गुरुवार को तहसील प्रशासन व पुलिस की संयुक्त टीम ने तहसील व खखरेरू थाना क्षेत्र के रहमतपुर गाँव मे तालाबी नम्बर पर कब्जा कर बनाए गए प्रयागराज के बहुचर्चित उमेश पाल हत्या काण्ड के आरोपित माफिया व कुख्यात अपराधी अतीक अहमद के नजदीकी रिश्तेदार व हिस्ट्रीशीटर पूर्व ग्राम प्रधान का आलीशान मकान बुल्डोजर लगाजर जमींदोज कर दिया। खखरेरू थाना क्षेत्र के रहमतपुर गांव निवासी पूर्व हिस्ट्रीशीटर म्रतक अतहर अहम सिद्दीकी के पुत्र पूर्व ग्राम प्रधान मोहम्मद अली जो कि हिस्ट्रीशीटर है। उसने व उसके भाइयों ने दबंगई व गुंडई के दम पर विगत कुछ वर्ष पूर्व अपने कुख्यात पिता अतहर सिद्दीकी के जीवन काल के दौरान गांव के अन्दर स्थित तालाब के एक बड़े हिस्से में अवैध कब्जा कर लाखों रुपये की लागत से मकान का निर्माण कराया था। जिसकी दबी जबान ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से भी लिखित व मौखिक शिकायत की थी लेकिन हिस्ट्रीशीटर के राजनैतिक रसूख व दल बल के आगे प्रशासन पूरी तरह नतमस्तक था। जिम्मेदारों ने माफिया के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। लगातार शिकायतों के बाद तहसील प्रशासन ने माफिया के खिलाफ तालाबी नम्बर पर कब्जा कर अवैध मकान निर्माण कराये जाने का मुकद्दमा दर्ज करवा दिया था।

तालाबी नम्बर पर बना था हिस्ट्रीशीटर का घर

मुकद्दमा अदालत में विचाराधीन था जिसका विगत कुछ माह पूर्व कोर्ट से फैसला आ चुका था जिसमे माफिया के मकान को ध्वस्त कर तालाबी जमीन को कब्जा मुक्त कराये जाने का आदेश तहसील प्रशासन के लिये हुआ था। लेकिन जिम्मेदारों ने कोर्ट के आदेश को भी दरकिनार कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। लेकिन विगत कुछ दिनों पूर्व प्रयागराज में माफिया व कुख्यात अपराधी अतीक अहमद के इशारे पर उनके गुर्गों द्वारा दिनदहाड़े अंजाम दिये गये उमेश पाल हत्या कांड के बाद मामला फिर गर्मा गया। ग्रामीण सूत्रों के अनुसार उमेश पाल हत्या कांड के बाद माफिया अतीक की कुंडली खंगालने पर प्रयागराज पुलिस को खखरेरू थाना क्षेत्र के रहमतपुर निवासी पूर्व हिस्ट्रीशीटर म्रतक अतहर सिद्दीकी व उसके पूर्व प्रधान व अपराधी पुत्र के साथ सम्बन्ध होने के सबूत मिले थे।

प्रयागराज पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर म्रत अतहर सिद्दीकी व उसके पुत्र हिस्ट्रीशीटर मोहम्मद अली के घर पर एसटीएफ की संयुक्त टीम के साथ औचक छापेमारी की थी। हालांकि छापेमारी की पूर्व सूचना मिलने से सतर्क हुआ हिस्ट्रीशीटर पूर्व प्रधान कुख्यात स्व० अतहर सिद्दीकी का पुत्र मोहम्मद अली पुलिस टीम के पहुंचने से पहले घर से फरार हो गया था। पुलिस ने छापेमारी के दौरान मकान के अंदर एक बन्द कमरे से प्रतिबंधित नाजायज असलहे भी बरामद किये थे। माफिया अतीक के साथ आरोपित हिस्ट्रीशीटर मो० अहमद पुत्र स्व० अतहर सिद्दीकी निवासी रहमतपुर खखरेरू के तार जुड़े होने की रिपोर्ट प्रयागराज पुलिस ने शासन को भेजी थी।

शासन ने प्रयागराज व एसटीएफ पुलिस को आरोपित की गिरफ्तारी व जिला समेत तहसील प्रशासन को हिस्ट्रीशीटर मो० अहमद के तालाबी नम्बर पर कब्जा कर अवैध रूप से बनाए गए मकान के ध्वस्तीकरण के आदेश दिये थे। एसटीएफ व प्रयागराज पुलिस आरोपित मो० अहमद की तलाश कर रही थी। इसी दौरान बुधवार को उसने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। उधर आरोपित के आत्म समर्पण के तुरन्त बाद जिला प्रशासन ने उसके गांव में तालाबी नम्बर पर अवैध रूप से बनाए गए आलीशान मकान को गिराने की कार्यवाही की औपचारिकता शुरू कर दी थी। जिलाधिकारी श्रुति के निर्देशानुसार गुरुवार सुबह एसडीएम मनीष कुमार, सीओ दिनेशचन्द्र मिश्र व राजस्व समेत पीएसी बल व कई थानों की पुलिस फोर्स की संयुक्त टीम के साथ खखरेरू थाना क्षेत्र के रहमतपुर गाँव मे पहुँचकर तालाबी नम्बर की पैमाइश शुरू करवाई। जिसके काफी बड़े हिस्से पर आरोपित हिस्ट्रीशीटर द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर मकान का निर्माण करवाया गया था।

जिसको एसडीएम मनीष कुमार व सीओ कार्यवाहक ने स्वयं की मौजूदगी में बुल्डोजर बुलवाकर ध्वस्त करवा दिया। मकान के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही लगातार लगभग तीन घण्टे तक चली। मकान के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही से पूर्व सुरक्षा के लिहाज से तहसील प्रशासनिक जिम्मेदारों ने पूरे एरिया को सीज कर दिया था। जिसके 200 मीटर पहले से आवागम पूरी तरह वर्जित था। विवाद की आशंका के चलते एहतियातन पुलिस प्रशासनिक आलाधिकारियों ने गाँव के बाहर से लेकर कार्यवाही स्थल तक भारी पुलिस फोर्स तैनात कर पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। इस दौरान पूरे गांव में अफरा तफरी का माहौल रहा। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासनिक अमले के अपने गंतब्य की ओर वापस लौटने पर राहत की सांस ली।

ग्रामीण व पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपित मोहम्मद अली पूर्व में कई बार गांव का प्रधान रह चुका है। जिसके स्वयं के साथ साथ उसके स्व० पिता कुख्यात अतहर सिद्दीकी का सम्बंध जरायम की दुनिया से था। एक समय पर जिसके नाम की तूती बोलती थी। इन लोगो के घर से प्रयागराज के माफिया व उमेश पाल हत्याकांड के मास्टरमाइंड अतीक से भी गहरे सम्बन्ध रहे हैं। आरोपित के पिता म्रतक अतहर सिद्दीकी पर सबसे पहला मुकद्दमा सन 1996 में दर्ज किया गया था। इसके बाद अतहर के खिलाफ ताबड़तोड़ बलात्कार, हत्या, गैंगेस्टर जैसे दर्जनों संगीन आपराधिक मामले दर्ज किये गये जिनमे अतहर कई बार जेल भी गया लेकिन उसके आपराधिक वर्चस्व के कारण अदालत में गवाही के दौरान भयवश गवाह मुकर गये जिससे उसे अदालत ने हर बार बाइज्जत बरी कर दिया।

हिस्ट्रीशीटर व कुख्यात पिता अतहर के जीवन काल के दौरान ही उसके आरोपित हिस्ट्रीशीटर पुत्र मोहम्मद अली ने भी जरायम की दुनिया मे कदम रख दिया जिसने पिता के बाद अपना आपराधिक वर्चस्व कायम रखते हुए गैंग की बागडोर स्वयं सम्भाली जिसके साथ अपराध के दौरान उसका सगा छोटा भाई जर्रार उर्फ अलमदार भी सहभागी बनता रहा। दोनों पर स्थानीय थाने में अब तक दर्जनों संगीन आपराधिक मुकद्दमे दर्ज किए गये हैं। जिनमे से बहुतों में तो इनके आपराधिक रसूख के चलते गवाहों के मुकर जाने के कारण अदालत ने बरी कर दिया। कई मामले अभी तक प्रयागराज हाई कोर्ट समेत जिला स्तरीय अदालतों में विचाराधीन हैं।

आरोपित प्रयागराज के चर्चित उमेश पाल हत्याकांड के तुरन्त बाद से ही परिवार समेत घर मे ताला डाल फरार हो गये थे। ध्वस्तीकरण की कार्यवाही के दौरान भी मौके पर आरोपित के परिवार का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था। मकान के ध्वस्तीकरण टीम में एसडीएम मनीष कुमार, तहसीलदार ईवेंद्र कुमार, नायब तहसीलदार, सीओ दिनेश चंद्र मिश्रा, खखरेरू थाना प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार, धाता प्रवीण कुमार सिंह, किशनपुर जेपी शाही, सुल्तानपुर घोष योगेश कुमार सिंह, थरियांव आसुतोष कुमार सिंह, समेत भारी महिला पुरुष पुलिस फोर्स, पीएसी बल के शस्त्र जवान, राजस्व अधिकारी व कर्मी चिकित्सीय टीम व गोताखोर टीम शामिल रही।

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