फतेहपुर : लाभार्थियों के नाम से निकल गया रुपया, नहीं मिला शौचालय

दैनिक भास्कर ब्यूरो

फतेहपुर । बकेवर देवमई ब्लाक की ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए गए शौचालयों में भ्रष्टाचार और धांधली के कई मामले सामने आए हैं। इससे पूर्व में दैनिक भास्कर ने शौचालय निर्माण की धनराशि के गबन की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था जिस पर जांच टीम भी गठित हुई थी। ग्राम पंचायत भैसौली की यह जांच आज भी अधर में लटकी हुई है। जनवरी माह से मार्च समाप्ति तक त्रिस्तरीय जांच कमेटी जांच पूूरी नही कर पाई है । पूर्व प्रधान और पूर्व सचिवों के कार्यकाल में भी लाखों रुपये का बंदरबाट किया गया है।

खुले में शौच करने को मजबूर ग्रामीण

आपको बता दे कि देवमई विकासखंड के ग्राम पंचायत मिराई के ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पूर्व प्रधान लक्ष्मी यादव के पति मनोज यादव और पूर्व सचिव के कार्यकाल में शौचालय का पैसा डकार लिया गया है। पूर्व प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव की भ्रष्ट नीतियों के कारण आज भी महिलाएं, बुजुर्ग खुले में शौच करने को मजबूर हैं। ग्राम पंचायत में पूर्व कार्यकाल में कई लोगों के नाम पर शौचालय का पैसा निकालकर डकार लिया गया और किसी को इस बात की भनक भी नहीं लग सकी।

जब मिराई निवासी ग्रामीण सीता देवी पति रणवीर, सुभद्रा पति मलखान, कांति पति मुकेश को एसबीएम साइट से जानकारी मिली तो वह आश्चर्य में पड़ गए कि उनके नाम पर शौचालय का रुपया आया था लेकिन उन्हें नही मिला। पूर्व प्रधान पति ने ग्राम पंचायत में कई लाभार्थियों के शौचालय का पैसा निकालकर हड़प लिया था और कुछ लोगो को सिर्फ 6000 की राशि देकर बाकी 6000 राशि हड़प ली गई।

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े लाखो के शौचालय

आपको बता दे कि शौचालय के लिए केंद्र सरकार द्वारा 7200 और राज्य सरकार द्वारा 4800 की राशि प्रदान की जाती है लेकिन प्रधान और सचिव की कारगुजारियो की वजह से पात्र लोगो के नाम से आया रुपया बंदरबांट कर लिया जाता है। भैसौली ग्राम पंचायत में कई लोगो के घरों में दो दो बार शौचालय आवंटित कर उसका पैसा निकाला गया है। ओडीएफ ग्राम पंचायत होने के बावजूद आज भी मजबूर होकर ग्रामीण खुले में शौच कर रहे हैं। मिराई निवासी ममता सिंह, सरस्वती, सुनील, कमलेश, साधना, जयनारायण, अनीशा का कहना है कि हम लोगों को आज तक शौचालय का लाभ नही मिला जिससे हम लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं। जबकि हममें से कई लोगो के नाम से रुपया आवंटित हुआ और निकाल भी लिया गया जिसकी जानकारी भी लाभार्थियों को नहीं हो पाई। इस बाबत देवमई बीडीओ सुषमा ने कहा कि मामले की जांच कराई जायेगी।

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