भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । सरकारी कार्य प्राइवेट लोगों से करवाने की रोक के बावजूद कमाऊ पूत सचिव एवं प्रधानों का ब्रोकर से मोह भंग नहीं हो पा रहा। शुक्रवार को ब्लाक मलवां में सचिव बाबूलाल के बगल में एक व्यक्ति बैठा हुआ था जो जयचन्द उर्फ दीपू निवासी महरहा बताया जा रहा है।
उक्त युवक न तो शासकीय कर्मी है और ना ही पंचायती राज विभाग के किसी भी पद पर तैनात है। इसके बावजूद मुख्यमंत्री आवास की पत्रावली कैसे तैयार कर रहा है। जब कि पूर्व में उक्त युवक के खिलाफ प्रधानमंत्री आवास में धन उगाही के आरोप महरहा गांव के प्रधानमंत्री आवास लाभार्थी द्वारा लगाए जा चुके हैं।
शासन के निर्देशों का असर मलवां ब्लाक में बेअसर साबित हो रहा है। अधिकतर सचिव प्राइवेट व्यक्तियों के बैसाखी के भरोसे काम कर रहे हैं।