दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । थरियांव हसवा विकास खंड के औरेई गांव में तालाब को जेसीबी से खोदकर मिट्टी बेचने का आरोप ग्रामीणों ने प्रधान और सचिव पर लगाया है।जबकि मनरेगा जॉब कार्ड धारकों के साथ छलावा किया जा रहा है। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने जिलाधिकारी श्रुति से की है। ग्रामीण ढुंनगारी पासवान, छोटेलाल रैदास, रामौतार कोरी, फकीरे रैदास, प्रभाकर दुबे, कृष्ण कांत मिश्रा, शिवशंकर लोधी, कुंती देवी रैदास, सुमित्रा देवी, वेलपति, छेद्दी देवी, सुंदरी देवी, चंद्ररूप रैदास, सोहनलाल, भोलई देवी, फूलकली, गोरेलाल, राजेंद्र कुमार, ननकी देवी, राजकुमारी, ज्ञानमती आदि मनरेगा जॉब कार्डधारकों ने बताया कि साल भर से उन्हें मनरेगा में मजदूरी नही दी गई है जबकि ग्राम प्रधान दीपक द्विवेदी और पंचायत मित्र सर्वेश दुबे द्वारा बाहर के मजदूरों से मनरेगा के तहत काम करवाया गया है।
जेसीबी से खोद दिए गए चार तालाब, मनरेगा से भुगतान
आरोप लगाया कि गांव के चार तालाब गाटा संख्या 3150, 1620, 1527 व 932 में जेसीबी से अनाधिकृत तरीके से खोदकर लाखों की मिट्टी बेच दी गई जिसमें प्रधान के साथ – साथ इलाकाई पुलिस, हल्का लेखपाल और संबंधित अधिकारी भी संलिप्त हैं! पूर्व में खोदे गए तालाब की शिकायत ग्रामीणों ने किया था जिसकी जांच के नाम महज खानापूरी की गई है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत में मनरेगा के तहत तीन तालाब हरसिंहपुर ,बुड़ियन और दमापुर तालाब प्रस्तावित हैं जिनका बजट 26 लाख रुपए प्रस्तावित है। सबसे मजे की बात यह है कि इन तालाबों की खुदाई पूर्व में हो चुकी है। उसके बाद भी आईडी जनरेट कर काम के नाम पर 26 लाख में ग्यारह लाख खर्च कर दिए हैं। मामले पर ब्लॉक के अधिकारी पल्ला झाड़ते नजर आए। प्रधान दीपक दुबे ने बताया कि एक ब्लॉक प्रमुख द्वारा मिट्टी खोदी गई है।
पहले खोद दिया जाता तालाब, फिर जनरेट होती आईडी
पंचायत सचिव मनोज कुमार ने बताया कि मामले की जानकारी नही है। सहायक परियोजना अधिकारी नितिन श्रीवास्तव व जेई एमआई विनोद कुमार यादव ने बताया कि जिन तालाबों से जेसीबी से मिट्टी की निकाली गई है उनका विभाग से कोई लेन देना नही है जिन तालाबों की आईडी जनरेट है। उन पर मनरेगा से काम चल रहा है। हल्का लेखपाल अरुण कुमार मामले पर गोलमोल जवाब देते रहे। बड़े पैमाने पर मिट्टी खनन की शिकायत लेखपाल ने पुलिस से नही की है।
मनरेगा कार्ड धारकों को साल भर से नही मिली मजदूरी
थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार सिंह ने कहा कि अभी तक शिकायती पत्र नही मिला है। मामले पर खंड विकास अधिकारी वीरेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि तालाब से जेसीबी द्वारा मिट्टी खोदे जाने की शिकायत मिली है। मौके पर जांच टीम भेज कर जांच कराई गई है जिसमें पता चला है कि जिन तालाबों को खोदा गया है उनकी आईडी विभाग से जनरेट नही है।