दैनिक भास्कर ब्यूरो,
फ़तेहपुर। दो अलग अलग गाँवों में तैनात आरोपित लेखपालों द्वारा अलग अलग कार्यो में आवेदकों से घूस मांगी गई थी। जिसकी शिकायत जिलाधिकारी से आवदेकों ने की थी जबकि सम्बन्धित लेखपालों के ऑडियो वीडियो भी वायरल हुए थे। जिनकी जांच के बाद सदर एसडीएम ने आरोपित दोनों लेखपालों को तत्काल प्रभाव से निम्लबित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच करने के आदेश दो अलग अलग नायब तहसीलदारों को दिये हैं।
तहसील क्षेत्र के कोराई गांव के निवासी शिकायतकर्ता रवींद्रनाथ दुबे ने गांव में तैनात आरोपित लेखपाल सुरेश श्रीवास्तव पर उनके साझीदार से रिश्वत लेकर घरौनी सत्यापन के दौरान उनका व उनके एक अन्य भाई का नाम घरौनी सूची से काटकर केवल एक भाई का नाम घरौनी मे दर्ज करने का आरोप लगाया था। साथ ही सत्यापन सूची सही करने के नाम पर आरोपित लेखपाल द्वारा उनसे भी रिश्वत लेने की लिखित शिकायत डीएम श्रुति से की थी। शिकायतकर्ता ने स्वयं को वर्तमान समय मे दिल्ली शहर में रहकर प्राइवेट नौकरी में कार्यरत बताया था। जिसने डीएम श्रुति को आरोपित लेखपाल द्वारा रिश्वत लेने और देने का प्रत्यक्ष प्रमाण वीडियो भी उपलब्ध कराया था।
इसी तरह सदर तहसील क्षेत्र के रामपुर बरबट गांव में तैनात लेखपाल मनोज कुमार मौर्य का नाम लेकर एक किसान से 25 हजार की रिश्वत मांगने का ऑडियो वायरल हुआ था जिसको बातचीत के दौरान लेखपाल ने मौन स्वीकृति दी थी। डीएम श्रुति ने दोनों मामलो
का संज्ञान लेते हुए एसडीएम सदर प्रभाकर त्रिपाठी को मामलो की जांच करवाकर कार्यवाही के आदेश दिये थे जिसके अनुपालन में एसडीएम सदर श्री त्रिपाठी ने आरोपित दोनों लेखपालों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश नायब तहसीलदार लक्ष्मी बाजपेयी व सुशील कुमार को दिए हैं। जिन्होंने दोनों ही जांच अधिकारियों को जांच रिपोर्ट शीघ्रता से प्रेषित करने के भी निर्देश दिये हैं।
मामले के बावत एसडीएम प्रभाकर त्रिपाठी ने कहा कि दोनों आरोपित लेखपालों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। जिनके खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दो अलग अलग सर्किलों के नायब तहसीलदार लक्ष्मी बाजपेयी व सुशील कुमार को दिये गये हैं। जांच के आधार पर आरोपित लेखपालों के खिलाफ अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।