दैनिक भास्कर ब्यूरो
फतेहपुर । जिले में संचालित हो रही मोरंग खदानों से धड़ल्ले से जारी मोरंग के ओवर लोड परिवहन व अवैध खनन पर प्रभावी अंकुश लगाए जाने के लिए जिला प्रशासन ने नई रणनीति तैयार करते हुए नई टॉस्क फोर्स टीम का गठन किया है। जिसकी कमान नायब तहसीलदारों को सौंपी गई है जो कि टीम के साथ अलग अलग दिनों में मोरंग के ओवर लोड परिवहन व अवैध खनन में लगाम लगाने के लिए अभियान चलाकर कार्यवाही करेंगे जिसके लिए पूरे सप्ताह का प्लान तैयार किया गया है।
कहीं पूर्व की तरह भ्रष्टाचार में शामिल न हो जाये टॉस्क फोर्स !
जिसमे सोमवार को नायब तहसीलदार बहुआ अरविंद कुमार के साथ थानाध्यक्ष ललौली, मंगलवार को नायब तहसीलदार गाजीपुर के साथ थाना प्रभारी असोथर व बुधवार को नायब तहसीलदार काँधी अमृत यादव के साथ थाना प्रभारी निरीक्षक गाजीपुर व गुरुवार को नायब तहसीलदार सदर विकास पाण्डेय के साथ प्रभारी निरीक्षक सदर कोतवाली, शुक्रवार को नायब तहसीलदार हुसैनगंज के साथ थाना प्रभारी हुसैनगंज, शनिवार को नायब तहसीलदार हसवा लक्ष्मी बाजपेयी के साथ थानाध्यक्ष थरियांव व रविवार को तहसीलदार सदर रविशंकर यादव के साथ थानाध्यक्ष ललौली को ओवर लोड परिवहन को रोकने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उपजिलाधिकारी ने किया टॉस्क फोर्स का गठन
जो कि क्षेत्र में भृमणशील रहते हुए आकस्मिक छापेमारी कर मोरंग के अवैध खनन व ओवर लोड परिवहन में लगाम लगाएंगे। मालूम हो कि इससे पूर्व में भी ओवरलोड परिवहन पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए टास्क फोर्स व अन्य टीमो का गठन किया गया था जिसमे आधा सैकड़ा फौजियों को लगाया गया था मगर वह भी भ्रष्टाचार की गंगोत्री में गोते लगाने लगे, अंत मे पूरी टॉस्क फोर्स व फौजियों की टीम तत्कालीन जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने भंग कर दी थी।
अबकी बार एक नायब तहसील दार के साथ एक थानाध्यक्ष लगाया गया है। ओवरलोड के नाम पर अवैध वसूली में थाने चौकी पूर्व से ही बदनाम रहे हैं कई बार वाहन चालको से वसूली के मामले में पूर्व में कई पुलिसकर्मी, दरोगा निलंबित हो चुके हैं ऐसे में लोगो को सिस्टम पर तनिक भी भरोसा नहीं है कि वह पूर्णतया ओवरलोड पर विराम लगा पाएंगे।